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मंगलवार, 29 नवंबर 2022

बिहार के बरौनी स्टेशन होकर ट्रेन से सफर करने वाले हैं, तो रुकिए। 2 दिसम्बर से कई ट्रेनें रद्द और रूट बदलकर चलेगी

सोनपुर मंडल के बरौनी में एनआई कार्य को लेकर ट्रेनों के परिचालन पर 2 से 8 दिसम्बर तक पड़ेगा असर
  सोनपुर रेल मंडल के बरौनी स्टेशन होकर गुजरने वाली ट्रेनों के परिचालन पर अगले 2 दिसम्बर से प्रभाव पड़ने वाली है। खगड़िया रेलखण्ड के कई ट्रेनों के परिचालन आगामी दो दिसम्बर से स्थगित रहने वाली है। दरअसल सोनपुर मंडल के बरौनी स्टेशन पर 2 दिसम्बर से आगामी आठ दिसम्ब तक प्री-एनआई/एनआई कार्य किया जाना है। इस कारण इस रूट से गुजरने वाली कई ट्रेनों का परिचालन रद्द किया गया है। साथ ही कई के रूट बदले गए। कई के परिचालन के समय में देरी होगी। 
    खगड़िया रेलखण्ड पर कई महत्वपूर्ण ट्रेनें रहेगी रद्द: जानकारी के अनुसार 15713 कटिहार-पटना एक्सप्रेस 06.12.22 से 08.12.22 तक, 15714 पटना-कटिहार एक्सप्रेस 06.12.22 से 08.12.22 तक, 13227 सहरसा-राजेन्द्रनगर एक्सप्रेस 06.12.22 से 08.12.22 तक, 13228 राजेन्द्रनगर-सहरसा एक्सप्रेस 06.12.22 से 08.12.22 तक, 13205 सहरसा-पाटलिपुत्र स्पेशल 05.12.22 से 06.12.22 तक, 13206 पाटलिपुत्र-सहरसा स्पेशल 06.12.22 से07.12.22 तक, 18626 हटिया-पूर्णिया कोर्ट एक्सप्रेस 05.12.22 से 08.12.22 तक, 18625 पूर्णिया कोर्ट-हटिया एक्सप्रेस 06.12.22 से 09.12.22 तक, 15527 जयनगर-पटना एक्सप्रेस 06.12.22 से 08.12.22 तक, 15528 पटना-जयनगर एक्सप्रेस 06.12.22 से 08.12.22 तक, 12567 सहरसा-पटना एक्सप्रेस 06.12.22 से 08.12.22 तक, 12568 पटना-सहरसा एक्सप्रेस ट्रेन 06.12.22 से 08.12.22 तक रद्द रहेगी। वहीं 15231 बरौनी-गोंदिया एक्सप्रेस- 03.12.22 से 08.12.22 तक, 15232 गोंदिया-बरौनी एक्सप्रेस 04.12.22 से 09.12.22 तक, 15553 भागलपुर-जयनगर एक्सप्रेस 06.12.22 से 08.12.22 तक व 15554 जयनगर-भागलपुर एक्सप्रेस 05.12.22 से 07.12.22 तक स्थगित रहेगी।
 पैसेंजर ट्रेनें भी रहेगी स्थगित: सोनपुर रेलवे ने 05233/34 बरौनी-समस्तीपुर-बरौनी डेमू स्पेशल ट्रेेेन 06.12.22 से 08.12.22 तक,  05235/36 बरौनी-सोनपुर-बरौनी डेमू स्पेशल 06.12.22 से 08.12.22 तक, 03315 कटिहार-समस्तीपुर मेमू स्पेशल
 06.12.22 से 09.12.22 तक, 03316 समस्तीपुर-कटिहार मेमू स्पेशल 06.12.22 से 08.12.22 तक, 05249 कटिहार-बरौनी मेमू स्पेशल 06.12.22 से 08.12.22 तक, 05250 बरौनी-कटिहार मेमू स्पेशल 06.12.22 से 09.12.22 तक, 05501 बरौनी-समस्तीपुर मेमू स्पेशल 06.12.22 से 08.12.22 तक, 05502 समस्तीपुर-बरौनी मेमू स्पेशल 05.12.22 से 08.12.22 तक, 03380 पटना-बरौनी मेमू स्पेशल 05.12.22 से 07.12.22 तक, 03379 बरौनी-पटना मेमू स्पेशल 07.12.22 से 09.12.22 तक, 03296 पाटलिपुत्र-बरौनी मेमू स्पेशल 05.12.22 से 07.12.22 तक, 03295 बरौनी-पाटलिपुत्र मेमू स्पेशल 06.12.22 से 08.12.22 तक, 03218 दानापुर-बरौनी मेमू स्पेशल 06.12.22 से 08.12.22 तक, 03217 बरौनी-दानापुर मेमू स्पेशल 07.12.22 से 09.12.22 तक पूरी तरह से स्थगित रहेगी।
  मार्ग बदलकर चलेगी कई ट्रेनें: जानकारी के अनुसार 06.12.22 से 08.12.22 तक सहरसा से खुलने वाली 12553 सहरसा-नई दिल्ली वैशाली एक्सप्रेस वाया खगड़िया-नरहन-समस्तीपुर-मुजफ्फरपुर होकर चलायी जायेगी। वहीं 06.12.22 एवं 07.12.22 को राजेन्द्रनगर एवं कामाख्या से खुलने वाली 13248/13247 राजेन्द्रनगर-कामाख्या-राजेन्द्रनगर कैपिटल एक्सप्रेस किउल-जमालपुर-मुंगेर-सब्दलपुर-खगड़िया के रास्ते चलायी जायेगी। 06.12.22 से 08.12.22 तक सियालदह एवं बरौनी से खुलने वाली 13105/13106 सियालदह-बलिया-सियालदह एक्सप्रेस मोकामा-पटना-पाटिलपुत्र-छपरा के रास्ते चलायी जायेगी। 05.12.22 से 07.12.22 तक डिब्रूगढ़ से खुलने वाली 15909 डिब्रूगढ़-लालगढ़ अवध असम एक्सप्रेस वाया खगड़िया-नरहन-समस्तीपुर-मुजफ्फरपुर के रास्ते चलायी जायेगी। जबकि 04.12.22 एवं 05.12.22 को खुलने वाली 15910 लालगढ़-डिब्रूगढ़ अवध आसाम एक्सप्रेस मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर-नरहन-खगड़िया के रास्ते चलायी जायेगी। इधर 05.12.22 से 07.12.22 तक जोगबनी से खुलने वाली 12487 जोगबनी-आनंद विहार सीमांचल एक्सप्रेस वाया खगड़िया-नरहन-समस्तीपुर-मुजफ्फरपुर -हाजीपुर-पाटलिपुत्र के रास्ते चलायी जायेगी। 05.12.22 से 07.12.22 तक आनंद विहार से खुलने वाली 12488 आनंद विहार-जोगबनी सीमांचल एक्सप्रेस वाया पाटलिपुत्र-हाजीपुर-मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर-नरहन-खगड़िया के रास्ते चलायी जायेगी। 05.12.22 से 07.12.22 तक कटिहार से खुलने वाली 15707 कटिहार-अमृतसर एक्सप्रेस वाया खगड़िया-नरहन-समस्तीपुर के रास्ते चलायी जायेगी। 05.12.22 से 07.12.22 तक अमृतसर से खुलने वाली 15708 अमृतसर-कटिहार एक्सप्रेस वाया समस्तीपुर-नरहन-खगड़िया के रास्ते चलायी जायेगी। 05.12.22 से 07.12.22 तक दिल्ली एवं अलीपुरद्वार से खुलने वाली 15484/15483 दिल्ली-अलीपुरद्वार-दिल्ली महानंदा एक्सप्रेस पटना-मोकामा-किउल- मालदा टाउन-कुमेदपुर-किशनगंज के रास्ते चलायी जायेगी। 05.12.22 को सिलचर से खुलने वाली 14037 सिलचर-नई दिल्ली पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस मालदा टाउन-किउल-मोकामा-पटना-दानापुर के रास्ते चलायी जायेगी।
05.12.22 को फिरोजपुर से खुलने वाली 14620 फिरोजपुर-अगरतला त्रिपुर सुंदरी एक्सप्रेस पटना-किउल-मालदा टाउन के रास्ते चलायी जायेगी। 05.12.22 को बाड़मेर खुलने वाली 15631 बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस किउल-जमालपुर-मुंगेर-सब्दलपुर-खगड़िया के रास्ते चलायी जायेगी। 06.12.22 को कटिहार खुलने वाली 28182 कटिहार-टाटा एक्सप्रेस खगड़िया-सब्दलपुर-मुंगेर-जमालपुर-किउल के रास्ते चलायी जायेगी। 05.12.22 को डिब्रूगढ़ खुलने वाली 13281 डिब्रूगढ़-राजेन्द्रनगर एक्सप्रेस खगड़िया-मुंगेर-किउल के रास्ते चलायी जायेगी। 06.12.22 को सहरसा खुलने वाली 22914 सहरसा-बांद्रा टर्मिनस हमसफर एक्सप्रेस खगड़िया-मुंगेर-किउल के रास्ते चलायी जायेगी। 06.12.22 को नाहरलगुन से खुलने वाली गाड़ी सं. 22411 नाहरलगुन आनंद विहार अरूणाचल एक्सप्रेस वाया खगड़िया-नरहन-समस्तीपुर- मुजफ्फरपुर-हाजीपुर के रास्ते चलायी जायेगी। 07.12.22 को सहरसा से खुलने वाली गाड़ी सं. 15529 सहरसा-आनंद विहार जनसाधारण एक्सप्रेस वाया खगड़िया-नरहन-समस्तीपुर- मुजफ्फरपुर के रास्ते चलायी जायेगी।
साथ ही 07.12.22 को गुवाहाटी से खुलने वाली गाड़ी सं. 22449 गुवाहाटी-नई दिल्ली पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस वाया किशनगंज-कुमेदपुर-मालदा टाउन-किउल-मोकामा -पटना-दानापुर के रास्ते चलायी जायेगी। 06.12.22 को भगत की कोठी से खुलने वाली 15623 भगत की कोठी-कामाख्या एक्सप्रेस किउल-जमालपुर-मुंगेर-सब्दलपुर-खगड़िया के रास्ते चलायी जायेगी। 07.12.22 को बीकानेर खुलने वाली गाड़ी सं. 15633 बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस किउल-जमालपुर-खगड़िया के रास्ते चलायी जायेगी। 07.12.22 को टाटा खुलने वाली 28181 टाटा-कटिहार एक्सप्रेस किउल-जमालपुर-खगड़िया के रास्ते चलायी जायेगी। 07.12.22 को लोकमान्य तिलक टर्मिनल खुलने वाली 15645 लोकमान्य तिलक-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस किउल-जमालपुर-खगड़िया के रास्ते चलायी जायेगी। 07.12.22 को कामाख्या खुलने वाली 15668 कामाख्या-गांधीधाम एक्सप्रेस खगड़िया-मुंगेर-किउल के रास्ते चलायी जायेगी। 07.12.22 को डिब्रूगढ़ खुलने वाली 15646 डिब्रूगढ़-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस खगड़िया-मुंगेर-किउल के रास्ते चलायी जायेगी।
आंशिक समापन/प्रारंभ कर चलायी जाएगी ट्रेने: 06.12.22 एवं 07.12.22 को ग्वालियर से खुलने वाली 11123 ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस का आंशिक समापन छपरा में किया जायेगा। 07.12.22 एवं 08.12.22 को बरौनी से खुलने वाली 11124 बरौनी-ग्वालियर एक्सप्रेस का आंशिक प्रारंभ छपरा से किया जायेगा। 03.12.22 से 08.12.22 तक 03284 पटना-बरौनी मेमू स्पेशल का आंशिक समापन विद्यापतिधाम में किया जायेगा। यहीं से यह 03283 बरौनी-पटना मेमू बनकर खुलेगी।
 03.12.22 से 05.12.22 तक बांद्रा टर्मिनस से खुलने वाली 19037 बांद्रा-बरौनी अवध एक्सप्रेस का आंशिक समापन मुजफ्फरपुर में किया जायेगा। 06.12.22 से 08.12.22 तक बरौनी से खुलने वाली 19038 बरौनी-बांद्रा अवध एक्सप्रेस का आंशिक प्रारंभ मुजफ्फरपुर से किया जायेगा। 04.12.22 से 06.12.22 तक अहमदाबाद से खुलने वाली 19483 अहमदाबाद-बरौनी एक्सप्रेस का आंशिक समापन दानापुर में किया जायेगा। 06.12.22 से 08.12.22 तक बरौनी से खुलने वाली 19484 बरौनी-अहमदाबाद एक्सप्रेस का आंशिक प्रारंभ दानापुर से किया जायेगा।
 देरी से चलाई जाएगी ट्रेनें: 03.12.22 एवं 05.12.22  को 05263 कटिहार-समस्तीपुर मेमू स्पेशल कटिहार से 
120 मिनट देरी से खुलेगी। 02.12.22 एवं 04.12.22 को 15909 डिब्रूगढ़-लालगढ़ अवध आसाम एक्सप्रेस डिब्रूगढ़ से 75 मिनट की देरी से खुलेगी। 03.12.22 एवं 05.12.22 को 12568 पटना-सहरसा राज्यरानी एक्सप्रेस पटना से 60 मिनट की देरी से खुलेगी। 03.12.22 एवं 05.12.22 को 03367 कटिहार-सोनपुर मेमू स्पेशल कटिहार से 240 मिनट की देरी से खुलेगी। 03.12.22 को गांधीधाम से खुलने वाली 15667 गांधीधाम-कामाख्या एक्सप्रेस गांधीधाम से 120 मिनट की देरी से खुलेगी।
नियंत्रित कर चलायी जाएगी। 02.12.22 एवं 04.12.22 को पटना से खुलने वाली 12568 पटना-सहरसा राज्यरानी एक्सप्रेस को मोकामा और दिनकर ग्राम सिमरिया के बीच 60 मिनट नियंत्रित कर चलायी जायेगी। 05.12.22 को बलिया से खुलने वाली 13106 बलिया-सियालदह एक्सप्रेस को छपरा और बरौनी के बीच 90 मिनट नियंत्रित कर चलायी जायेगी। 02.12.22 को मैसूर से खुलने वाली 12578 मैसूर-दरभंगा बागमती एक्सप्रेस को पटना और दिनकरग्राम सिमरिया के बीच 120 मिनट नियंत्रित कर चलायी जायेगी। 04.12.22 को उधना से खुलने वाली 22564 उधना-जयनगर अंत्योदय एक्सप्रेस को पटना और दिनकरग्राम सिमरिया के बीच 150 मिनट नियंत्रित कर चलायी जायेगी। 02.12.22 को ओखा से खुलने वाली 15635 ओखा-गुवाहाटी एक्सप्रेस को पटना और दिनकरग्राम सिमरिया के बीच 90 मिनट नियंत्रित कर चलायी जायेगी।
सूत्र: सोनपुर रेल मंडल
By: R@jeev

शुक्रवार, 25 नवंबर 2022

शराबबंदी कानून के बीच मिल रहे अवैध शराब, पकड़े जा रहे तस्कर और पीयक्कर

खगड़िया जिले में साढ़े छह साल में शराब मामले में सात हजार से अधिक धड़े गए लोग 
उत्पाद व जिला पुलिस ने बरामद की डेढ़ लाख लीटर देशी व विदेशी शराब 
संसोधित प्रावधानों में सात माह में दो हजार 60 शाराबियों से 34 लाख से अधिक वसूला जुर्माना
गिरफ्तार 54 शराबियों व कारोबारियों को कोर्ट से हो चुकी है सजा 
  खगड़िया जिले में शराबबंदी कानून के बीच अबतक सात हजार से अधिक लोग गिरफ्तार किए गए हैं। यहीं नहीं पुलिस ने डेढ़ लाख लीटर से अधिक अवैध शराब भी बरामद की है। शराब बेचने व पीने में पकड़े गए लोगों में अबतक 54 आरोपितों को कोर्ट से सजा भी हुई है। जिसमें गत अक्टूबर माह में चार शराबियों को एक-एक साल की सजा हुई है। शराबबंदी कानून के साढ़े साल की बरामदगी व गिरफ्तारी की आंकड़े पर नजर डाले तो कुल पांच हजार 395 अभियोग दर्ज हुए। जिसमें सात हजार 32 शराबी व कारोबारी पकड़े गए। अबतक एक लाख 56 हजार 423.665 लीटर देशी व विदेशी शराब बरामद किए गए हैं। जिसमें 34398.485 लीटर देशी व 122025.18 लीटर विदेशी शराब जब्त किए गए। यहां तक कि शराब कारोबार में संलिप्त 554 छोटे व बड़े वाहन जब्त किए गए हैं। यह सफलता जिले के विभिन्न 64369 जगहों पर छापेमारी व कार्रवाई में मिली है। यह आंकड़े पहली अप्रैल 2016 से 20 नवम्बर 22 तक जिला पुलिस व उत्पाद पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के हैं। रेल पुलिस की आंकड़े जोड़ दिया जाय तो यह संख्या और बढ़ जाएंगे। शराबबंदी कानून लागू के साढ़े छह साल के बीच अवैध शराब के कारोबार को रोकने के लिए कई सख्त कदम भी उठे। विशेष छापेमारी अभियान से लेकर जागरूकता अभियान चल रहे। यहां तक कि शराब भट्टी की उदभेदन के लिए ड्रोन कैमरे भी उड़ाए गए। जिले में पांच एन्टी लिकर टास्क टीम भी गठित है। पर, शराब के अवैध कारोबार थम नहीं रही है। शराबंदी कानून की जमीनी स्तर पर लागू का आलम यह है कि दिनों दिन कारोबारी, शराबी व शराब बरामदगी की आंकड़े बढ़ रहे हैं।
  2021 तक 3792 गए थे लोग पकड़े: गत साल अक्टूबर तक 3792 शराबी व कारोबारी पकड़े गए थे। एक साल बाद यह आंकड़े बढ़कर सात हजार के पार कर गई है। शराबबंदी के बाद से साल 2018 के अक्टूबर तक करीब 1482 कारोबारी व शराबियों को गिरफ्तार किया गया था। पहली अप्रैल 2016 से 2018 के दो नवम्बर तक उत्पाद पुलिस व जिला पुलिस ने 1482 कारोबारियों व शराबियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। तब उत्पाद पुलिस व जिला पुलिस ने 13659.51 लीटर विदेशी शराब जब्त की थी। जबकि 982.5 लीटर अवैध चुलाई शराब, 3489.43 लीटर देशी शराब, 293.25 लीटर मशालेदार देशी शराब 1646.4 लीटर बीयर जब्त हुआ था। 
  नए संसोधित प्रावधानों में 2060 शराबी जुर्माना भरकर छुटे: बिहार मद्य निषेध और उत्पाद (संसोधित) अधिनियम 2022 के तहत करीब सात माह में गिरफ्तार 2060 शराबी जुर्माना की राशि भरकर कोर्ट से ही छुटे हैं। जिससे विभाग को 34 लाख 39 हजार 150 रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। वहीं जुर्माना के बाद मुक्त किए गए 27 वाहनों के एवज में 45 लाख 77 हजार 150 की राशि प्राप्त हुई है। शराबबंदी के बाद से जगह अधिहरण व नीलामी से विभाग को एक करोड़ 91 लाख 52 हजार 648 की राशि प्राप्त होने की बात कही जा रही है।
  शराबबंदी कानून में हो चुकी है कई संसोधन पहली अप्रैल 2016 को शराबबंदी कानून लागू हुई थी। इसके बाद अबतक कई बार कानून में संसोधन किया जा चुका है। इस साल अप्रैल माह में नियमावली में संसोधन किया गया था। जिसमें शराब पीने सहित वाहन जब्त व मकान व प्रतिष्ठान जब्ती नियम में व्यापक संसोधन की गई। जिसमें शराब पीने में पकड़े जाने पर जुर्माना का प्रावधान किया गया था। बताया जाता है कि सबसे पहले अक्टूबर 2016 में कानून में संसोधन किया गया था। इसके बाद 2018 में भी शराबंदी कानून में संसोधन की गई थी। अब गत अप्रैल 2022 में बड़ा संसोधन किया गया। इधर हाल में शराब पीने में पकड़े जाने वाले के घरों में नोटिस चस्पा कर दूबारा शराब पीने पर पकड़े जाने पर एक साल की सजा होने की इकतला दी गई।   उत्पाद अधीक्षक की मानें तो लगातार कार्रवाई की जा रही है। विशेष अभियान चलाकर भी कारोबारी, शराबी व शराब बरामद किए जा रहे हैं। लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। 
By: R@jeev

बुधवार, 26 अक्टूबर 2022

त्योहार: अक्टूबर माह की वेतन एडवांस देने का आदेश, पर नहीं खुल रहा एचआरएमएस पोर्टल, वेतन अटका

खगड़िया जिले में शिक्षा विभाग के कर्मियों व शिक्षकों को छठ पर्व पर वेतन मिलने की उम्मीद नहीं रही है। विभाग की एचआरएमएस पोर्टल खुल ही नहीं रहा है। ये हाल तब है जब सरकार ने त्योहार पर अक्टूबर माह की वेतन भुगतान एडवांस में देने का आदेश दे रखा है। पोर्टल बीते कई दिनों से खुल नहीं रहा है, जिससे बिल विपत्र ऑनलाइन नहीं की जा पा रही है। ऐसे में कर्मी और शिक्षक ठगे महसूस कर रहे हैं। इससे पहले दिवाली पर भी किसी को वेतन नहीं मिल सका। अब छठ पर्व पर भी वेतन नहीं ही मिल पायेगा। 
   एक पखवारा पहले ही अक्टूबर माह की एडवांस वेतन देने की आदेश जारी तो कर दी गई है। पर, वेतन भुगतान त्योहार पर वेतन भुगतान में पेंच लगा रहा गया। इधर एसएसए मद की आवंटन स्थापना को नहीं मिला है। जीओबी मद की आवंटन है फिर भी वेतन नहीं मिल पाएगा। जाहिर है कि एचआरएमएस पोर्टल नहीं खुल रहा है। जिससे जीओबी मद के शिक्षकों की अक्टूबर माह की वेतन के लिए तैयार बिल विपत्र पोर्टल पर ऑनलाइन नहीं हो रही है। 26 अक्टूबर को भी पोर्टल नहीं खुला। खगड़िया सहित अन्य जिले की भी यही हाल बताया जा रहा है। यह समस्या बिते कई दिनों से बनी है। पर, राज्य स्तर पर समाधान नहीं किया जा सका। कहा जाता है कि एडवांस वेतन की आदेश तो दे दी गई। पर, वेतन देने के लिए राशि विभाग के संबंधित अकाउंट में नहीं है? जिससे पोर्टल को लॉक कर रखा गया हो ऐसे में ये सवाल भी तो है।
    इधर बताया गया कि पीएमएस पोर्टल के माध्यम से जिन शिक्षकों को वेतन मिलता है उन्हें वेतन मिलने की आसान जरूर हैं। इस माध्यम से नियोजित शिक्षकों को वेतन भुगतान होता है। पर, अबतक एसएसए मद की आवंटन नहीं मिला है। हालांकि माध्यमिक व प्लस टू स्कूल के नियोजित वि मदरसा के शिक्षकों की बिल विपत्र ट्रेजरी जरूर भेजे जाने की बात कही गई। इधर बता दें कि 27 अक्टूबर को शिक्षा कार्यालय में अवकाश है। इसके बाद महज 28 व 29 अक्टूबर को ही कार्यालय व बैंक खुले रहेंगे। जबकि चार दिवसीय छठ पर्व 28 अक्टूबर से नहाय खाय से शुरू हो रही है। ऐसे में अबतक वेतन नहीं मिलने से पर्व की खरीदारी के लिए शिक्षक परेशान देखे जा रहे हैं।

शुक्रवार, 21 अक्टूबर 2022

दीपावली पर शिक्षकों को वेतन की आस पर फिरा पानी, छठ पर्व पर वेतन की आसार भी दिख रहे कम

अक्टूबर माह की एडवांस वेतन देने की है आदेश, एसएसए मद के शिक्षकों के वेतन का आवंटन नहीं माध्यमिक स्कूलों के नियोजित शिक्षकों की आवंटन रहते नहीं मिलेगा वेतन 
दीपावली व छठ पर्व के बीच कई दिन बैंक भी रहेंगे बंद      खगड़िया जिले में दीपावली पर शिक्षकों को वेतन मिलने की उम्मीद पर पानी फिर गया। जिले के करीब छह हजार शिक्षकों को दीपावली पर वेतन मिलने की उम्मीद रह गई। जीओबी मद से वेतन पाने वाले शिक्षकों के लिए आवंटन रहते हुए भी वेतन नहीं मिल पाएगा। हाईस्कूल, प्लस टू शिक्षक सहित पुस्तकालय अध्यक्ष का भी आवंटन है। पर, वेतन दीपावली पर मिलने की उम्मीद की आसार नहीं रहे। एसएसए मद के नियमित व नियोजित शिक्षकों के लिए तो आवंटन ही नहीं है। जबकि बिहार सरकार ने दीपावली व छठ पर्व पर अक्टूबर माह की वेतन एडवांस में देने के आदेश दे रखा है। जीओबी मद के नियमित शिक्षकों की वेतन भुगतान भी नहीं हो रही है। एसएसए मद के शिक्षकों को सितम्बर व अक्टूबर माह की वेतन की आस है, पर आवंटन ही नहीं आया है। माध्यमिक व प्लस टू स्कूलों के शिक्षकों के वेतन भुगतान की भी प्रक्रिया आवंटन रहते पूरी नहीं हुई। नियोजित शिक्षकों के बिल विपत्र व चेक पर स्थापना डीपीओ की हस्ताक्षर होते होने की बात कही जाती है। पर, वे अवकाश पर हैं। वहीं छह सौ से अधिक शिक्षा सेवकों को भी दीपावली पर मानदेय नहीं मिल रहा है। अब छठ पर्व पर वेतन मिलने की उम्मीद टिकी है। इस बीच कई दिन बैंक भी बंद रहेंगे। ऐसे में शिक्षकों को चिंता भी सता रही है। 
  दुर्गा पूजा पर एसएसए शिक्षकों को सितम्बर का नहीं मिला था वेतन: एसएसए मद से वेतन पाने वाले शिक्षकों को वेतन के लिए लम्बा इंतजार करना पड़ रहा है। आवंटन का अभाव बराबर रह रही है। दुर्गा पूजा से पहले एसएसए के शिक्षकों को सितम्बर माह का वेतन आवंटन नहीं रहने के कारण ही नहीं मिला। जबकि सितम्बर माह की एडवांस भुगतान का आदेश दे रखा गया था। यहीं हाल अब दीपावली व छठ पर्व भी सामने है। एडवांस भुगतान का आदेश तो दे दिया गया। पर, एसएसए का आवंटन ही नहीं दिया गया। जिससे शिक्षक ठगे महसूस कर रहे हैं।
  एडवांस वेतन के आदेश के बीच भी वेतन में फंसा पेंच: दीपावली व छठ त्योहार को देखते हुए शिक्षकों को अक्टूबर माह की वेतन भुगतान एडवांस में करने का आदेश तीन चार दिन पहले सरकार ने दे रखा है। जिसमें 20 अक्टूबर के बाद अक्टूबर माह की वेतन भुगतान करने का साफ निर्देश है। पर, वेतन मिलने की उम्मीद कम ही है। विभागीय सूत्र की मानें तो स्थापना डीपीओ 25 अक्टूबर तक अवकाश पर गए हैं। ऐसे में खासकर माध्यमिक व प्लस टू स्कूल के नियोजित शिक्षकों के वेतन भुगतान आवंटन रहते हुए भी दीपावली पर नहीं हो पाएगा। हालांकि जीओबी मद के शिक्षकों की वेतन भुगतान पर प्रभाव नहीं पड़ने की बात कही जा रही है। एसएसए डीपीओ एसएसए मद से वेतन पाने वाले शिक्षकों के लिए आवंटन नहीं है। एक दो दिनों में आवंटन आने की उम्मीद है।

स्कूली बच्चों ने डीएम से मांगी खेल सामग्री, डीएम ने की 24 घंटे में मांग पूरी

खेल सामान मिलते ही बच्चे स्कूल परिसर में लगे खेलने व कंूदने 
    खगड़िया जिले के डीएम डा. आलोक रंजन घोष की स्कूली बच्चों की डिमांड महज 24 घंटे में पूरी करने की पहल की खूब सराहना हो रही है। जी हां डीएम ने अपनी निजी कोष से गोगरी प्रखंड के मिडिल स्कूल उसरी के छात्र व छात्राओं के लिए शुक्रवार को खेल सामग्री जो उपलब्ध कराया है। ये महज एक पहल नहीं, डीएम की सरकारी स्कूलों के बच्चों की व्यथा को समझने की नजर से भी देख सकते हैं। महज एक दिन बाद ही डीएम से मिले खेल सामान देखकर बच्चे ख़ुशी से झूम उठे। लगे हांथों बच्चे परिसर में बैडमिंटन लेकर खेलने उतर गए। दरअसल एक दिन पहले 20 अक्टूबर यानि गुरुवार को अभिभावक व शिक्षक गोष्ठी में उक्त स्कूल पहुंचे डीएम से बच्चों ने खेल सामग्री की मांग रखी थी। छात्रा अर्चना, सुमन, रीना आदि बच्चों ने डीएम से खेल सामग्री की डिमांड की थी, जिस पर डीएम ने तत्काल साकरात्मक पहल करते हुए खुद की जेब से बच्चों के लिए कैरम बोर्ड, बैडमिंटन, स्कीपिंग, फुटबॉल, लूडो, बैट व बॉल सहित अन्य खेल सामग्री उपलब्ध कराई। जिससे बच्चे स्कूल में पढ़ाई के साथ ही खेल गतिविधि करने की आस पूरी हो। डीएम की इस पहल से अन्य अधिकारी भी स्कूली बच्चों के लिए ऐसे जरूरी साधन की व्यवस्था करने में आगे आने को प्रेरित हो सकेंगे। खेल सामग्री उपलब्ध कराने के बाद एसएसए संभाग प्रभारी त्रिभुवन कुमार ने बच्चों के साथ खेल गतिविधि में भी हिस्सा लिया। स्कूल के एचएम, शिक्षक व बच्चों ने डीएम के प्रति आभार व्यक्त किया।

सोमवार, 10 अक्टूबर 2022

...और वो आती जाती खत

   शायद आज भी अपनों के बीच इतनी फासले न होती वो एक खत के आते रहना होता तो...आज भी आपको  अपनों के खैर मकदम लेकर आती खत की याद जरूर आती होगी। आएगी भी क्यों नहीं मीलों दूर के बीच तब एक खत ही तो जोड़े रखने का जरिया हुआ करती थी। वो एक खत के मिलने और भेजने का एहसास भले ही न रही। पर, गुजरे समय के साथ वो आज भी बिसर नहीं सकी। वो खत आना जाना क्या बंद हुआ तो हम अपनों से एहसास रूप से दूर भी होते चले...आज ये तेज होती रफ्तार भी कहां खड़ी कर दी। जब अपनों तक संदेश पहुँचने डाकिया जरिया हुआ करते थे। आज डाकिया है। पर, वो खत अब नहीं आते। तब खत का इंतजार भी अपनों के कितने करीब रखा करती थी। आज वो बात कहाँ जब डाकिये की आवाज पर हर कोई अपनों की संदेश भरी खत आने की उम्मीद लिए दौड़ पड़ते थे। अब तो अपनों से मुँह फेर लेने की अदा खूब भाने लगी। अब तो नजदीकियां भी दूरी बढ़ाने लगी है। खत की जाती दौर कि यादें आज भी हमें रोमांचित करती है
...सदी बिता जाने पर भी खत की वो मजमु बिसराये नहीं जा रहे हैं।
By:R@jeev

शराबबंदी: शराबियों के घर अब चस्पा होगी पोस्टर, शराब नहीं पीने की होगी चेतावनी

बिहार में शराबबंदी चल रही है। अब शराबियों को चेताने की पहल शुरू की गई है। दुबारा शराब नहीं पीने की चेतावनी लिखा पोस्टर शराबियों के घर पर चस्पा की जाएगी। जी हां बिहार समेत खगड़िया जिले में भी इसकी कवायद शुरू हो गई है। शराब पीने के जुर्म में पहले गिरफ्तार हो चुके शराबियों को चिन्हित किया जा रहा है, जिसके घर पर चेतावनी पोस्टर चस्पा की जानी है। खगड़िया उत्पाद पुलिस के पास अकेले ऐसे चार सौ लोगों के नाम मिले हैं। जिला पुलिस के पास भी बड़ी संख्या शराबियों के नाम है। दरअसल बीते कुछ माह पहले सरकार ने पहली बार शराब पीने में पकड़े जाने वालों को फाइन की राशि जमा लेकर छोड़ने की प्रावधान कर रखी है। पर, अब चेतावनी पोस्टर से ऐसे शराबियों को दुबारा शराब के नशे में पकड़े जाने पर जेल भेज दिया जाएगा की जानकारी दी जाएगी। सवाल है ऐसे लोगों के घर के बाहर चस्पा किये गए चेतावनी पोस्टर को कितना अमल में लाया जाएगा, अभी से ही समझा जा सकता है? शराबबंदी के बाद भी चोरी छिपे धड़ल्ले से शराब मिल रहे। कारोबार खूब फलफूल रहा है। पुलिस की सख्त नजर है फिर भी लोग शराब पी भी रहे। आये दिन शराब के नशे में लोग धरे भी जा रहे, जो खुद सवाल करता है। 
   इधर खगड़िया उत्पाद अधीक्षक विकेश कुमार की मानें तो शराब पीने के जुर्म में पहले गिरफ्तार हो चुके शराबियों के घर चेतावनी पोस्टर चिपकाया जाएगा। दुबारा शराब पीने में पकड़े जाने पर फाइन पर नहीं छोड़कर न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा। जिसमें एक साल सजा होगी। 
By: R@jeev

रविवार, 9 अक्टूबर 2022

खगड़िया की बेटी विशालाक्षी खेलेगी सिनियर नेशनल महिला टी ट्वेन्टी क्रिकेट टूर्नामेंट

बिहार सिनियर महिला टीम में हुई चयनित, मैच केे लिये गुुआहाटी के लिए हुई रवाना 
बीसीसीआई अंतर्गत आयोजित सिनियर विमेंस टी टवेंटी क्रिकेट खेलेगी
  खगड़िया जिले की बेटी विशालाक्षी महिला क्रिकेट में अपनी धाक जमा देश में पहचान बना चुकी है। अब एक कदम और आगे निकलकर सिनियर महिला क्रिकेट में बिहार टीम की ओर से खेलेगी। जी हां विशालाक्षी बीसीसीआई अंतर्गत होने वाली सिनियर नेशनल विमेंस टी ट्वेंटी क्रिकेट टूर्नामेंट में खेलने के लिए बिहार टीम में चयनित हुई है। सिनियर विमेंस टी ट्वेंटी क्रिकेट टूर्नामेंट में भाग लेने विशालाक्षी गुवाहाटी के लिए रवाना हुई है। बिहार टीम का पहला मुकाबला 11 अक्टूबर को मध्यप्रदेश की टीम के बीच होगा। 
   बताया गया कि विशालाक्षी का चयन बीसीए द्वारा कैंब्रिज क्रिकेट एकेडमी पटना में आयोजित बिहार कैंप में बेहतर प्रदर्शन पर हुआ है। मानसी प्रखंड के ठाठा गांव निवासी शिक्षक विवेकानंद सुमन व डेजी कुमारी की पुत्री विशालाक्षी ओपनर बल्लेबाज के रूप में बिहार टीम से तीन बार अंडर 19 खेल चुकी है। पहले दो वर्ष सिनियर महिला टीम खेल चुकी है। वहीं कई कैम्पों में शानदार प्रदर्शन कर नेशनल महिला क्रिकेट टीम से खेलने की राह बढ़ रही है। इधर लर्निंग क्रिकेट एकेडमी खगड़िया के कोच करमवीर कुमार की देखरेख में लगातार प्रैक्टिस कर रही है। वहीं विशालाक्षी के जुड़वा भाई भी बिहार टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।  इधर एकेडमी के कोच करमवीर कुमार, सह कोच रजनीश कुमार सहित एकेडमी के खिलाड़ियों में खुशी है।
    विशालाक्षी

खगड़िया रेलखण्ड में चलेगी सात जोड़ी पूजा स्पेशल ट्रेनें, प्रदेश से लौटना हुआ आसान

खगड़िया। रेलवे से दीपावली व छठ पर्व पर परदेस से बड़ी संख्या में घर लौटने वाले रेल यात्रियों को राहत की सफर देना का फैसला लिया है। यहां तक कि दूसरे प्रदेश से त्योहार स्पेशल ट्रेनें आने भी लगी। जी हां त्योहार स्पेशल ट्रेनों की संख्या बढ़ाई गई है। रेलवे ने खगड़िया रेलखंड होकर फिर चार जोड़ी त्योहार स्पेशल ट्रेन और चलाने की घोषणा की है। तीन जोड़ी साप्ताहिक स्पेशल ट्रेनें एक पखवारा पहले ही चलाने की घोषणा की गई थी। जिसमें सभी चारों साप्ताहिक ट्रेन सहरसा तक के लिए चलाई जाएगी। दो जोड़ी आनंदविहार से खुलेगी। जबकि एक नई दिल्ली व एक आनंदविहार से खुलेगी। जानकारी के अनुसार एक फेरी में 04022 डाउन व 04021 अप आनंदविहार टर्मिनल-सहरसा-आनंदविहार टर्मिनल पूजा स्पेशल ट्रेन आगामी 22 अक्टूबर को आनंदविहार से खुलेगी। अगले दिन 23 अक्टूबर को सहरसा पहुंचेगी। फिर इसी दिन वापस होगी। यह ट्रेन सिमरी बख्तियारपुर, खगड़िया रुकते हुए जाएगी।


  इधर 04068 व 04067 नई दिल्ली-सहरसा पूजा स्पेशल ट्रेन आगामी 21, 26 व 29 अक्टूबर को नई दिल्ली से खुलेगी। वापसी में सहरसा से आगामी 22, 27 व 30 अक्टूबर को खुलेगी। वहीं 04016 व 04015 आनंद विहार टर्मिनल-सहरसा ट्रेन आगामी 23 व 26 अक्टूबर को नई दिल्ली से खुलेगी। जबकि सहरसा से वापस आगामी 24 व 27 अक्टूबर को चलेगी। इधर 04062 व 04061 आनंद विहार टर्मिनल-सहरसा त्योहार स्पेशल ट्रेन आगामी 21, 25 व 28 अक्टूबर को आनंदविहार से खुलेगी। वापसी में सहरसा से आगामी 22, 26 व 29 अक्टूबर को खुलेगी। यह ट्रेन भी सिमरी बख्तियारपुर, खगड़िया, बेगूसराय व बरौनी होते हुए चलेगी। बता दें कि इससे पहले तीन जोड़ी साप्ताहिक ट्रेन चलाने की घोषणा की जा चुकी हैं। जिसमें दो ट्रेन सहरसा तक चलेगी। जिसमें से एक अंबाला छावनी व एक आनंदविहार स्टेशन से चलकर सहरसा तक चलेगी। एक ट्रेन आनंदविहार से खुलकर कटिहार होते हुए जोगबनी तक चलायी जाएगी।

  पहले तीन जोड़ी स्पेशल ट्रेनें दी गई: इससे पहले तीन जोड़ी साप्ताहिक त्योहार स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा की जा चुकी है। जिसमें 01662 आनंदविहार-सहरसा त्योहर स्पेशल गत 29 सितंबर को खुलकर सहरसा आ रही है। वहीं 01661 सहरसा से गत 30 सितंबर को वापस लौटी थी। ट्रेन की दूसरी बार आई। फिर लौट भी गई। बता दें कि यह ट्रेन सप्ताह में दो दिन चलाई जा रही है। वहीं 05521 व 05522 अम्बाला छावनी-सहरसा के बीच चलाने का आदेश आ चुका है। साथ ही 04010 व 09 आनंदविहार-जोगबनी टे्रन सप्ताह में एक दिन चलाने की घोषणा की जा चुकी है। यह ट्रेन आनंदविहार से पहली बार आगामी 18 अक्टूबर को खुलेगी। जो खगड़िया में रूकते हुए जोगबनी तक चलेगी।

By: R@jeev

सोमवार, 5 सितंबर 2022

शिक्षकों को बेहतर वेतन से ही बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा: एमएलसी

बोर्ड परीक्षा के जिला टॉपर किए गए पुरस्कृत, शिक्षक हुए सम्मानित 

शिक्षक दिवस पर माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले सम्मान समारोह

शिक्षक राष्ट्र निर्माता हैं। जब तक शिक्षक अपने वेतन से संतुष्ट नहीं होंगे तब तक बच्चोंको गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात नहीं की जा सकती है। शिक्षकों को पढ़ाने के साथ ही अपने हक व अधिकार के लिए लड़ने का भी काम करना पड़ रहा है। यह चिंताजनक है। यह बातें बिहार विधान परिषद सदस्य संजीव कुमार सिंह शनिवार को शहर के जेएनकेटी स्कूल सभागार में माध्यमिक शिक्षक संघ के तत्वावधान में शिक्षक दिवस पर आयोजित सम्मान समारोह में कही। संघ के जिला सचिव सूर्यनारायण यादव ने सूबे में पुरानी पेंशन योजना, शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने की ओर एमएलसी का ध्यान दिलाया। कहा कि शिक्षकों को हर माह के पांच तारीख तक वेतन मिले यह सुनिश्चित किया जाएगा। एरियर व अन्य लाभ का निष्पादन जल्द कराने का काम किया जाएगा। शिक्षकों को मजबूति के साथ हक व अधिकार के लिए लड़ाई लड़नी होगी। सम्मान समारोह में इंटर साइंस टॉपर आयुष कुमार, आर्ट्स टॉपर असिम मीर, कॉमर्स टॉपर अंजली, मैट्रिक टॉपर निशांत व जुली को प्रस्सतिपत्र व पाठय सामग्री देकर पुरस्कृत किया गया। वहीं शिक्षक से प्रोफेसर बने नवीन कुमार, प्रभाष्ज्ञ, राजेश, महेश चौधरी, डा. कुमारी सुमन, डायट में व्याख्याता बने डा. सुमित, राकेश, संजय, विक्रम, आशा सिन्हा, हाईस्कूल के एचएम पद पर नियुक्त हुए रंजीत कुमार, कंुदन कुमार सुमन, रमन, पुष्पलता व निलिमा कुमारी को शॉल भेंटकर सम्मानित किया गया। वहीं सेवानिवृत शिक्षक प्रतापनारायण सिंह, देवचन्द्र झा, राज कुमार यादव सहित 23 को शॉल देकर सम्मानित किया गया। वहीं सघ के सदस्यों को भी सम्मानित किया गया। इस दौरान डीईओ कृष्ण मोहन ठाकुर, एमडीएम डीपीओ कुमार अनुभव, पूर्व सचिव विष्णुदेव यादव, संघ के जिलाध्यक्ष डा. अभिनंदन कुमार, सदर अध्यक्ष राजीव सिंह, सचिव रंजन कुमार रवि, परीक्षा सचिव राजकिशोर राज, विनय कुमार सहित अखिल चौरसिया, नवीन कुमार, ब्रहमदेव राम, सुधांशु हिमांशु, रंजीव राय, नीतीश बली परवाना, सुभाष यादव, मुकेश कुमार, विजय सिंह आदि थे। 


गुरुवार, 1 सितंबर 2022

खगड़िया के सन्हौली स्थित दुर्गा मंदिर की है पौराणिक मान्यता


दो सौ साल पहले खेत में देवी मां की प्रतिमा निकली थी, जो आज भी है मंदिर में स्थापित 

पुजारी को मां ने स्वप्न में गांव के दक्षिण दिशा में प्रतिमा स्थापित करने को कहा था

खगड़िया शहर के सन्हौली स्थित मंदिर में मां दुर्गा की स्थापित प्रतिमा की पौराणिक मान्यता है। दो सौ साल पहले खेत से मिली मां की प्रतिमा आज भी मंदिर में स्थापित है। मंदिर में मां की शक्ति रूप में प्रतिमा स्थापित कर पूजा आराधना होती है। माना जाता है कि मंदिर के वर्तमान मुख्य पुजारी पंडित बोलबम ठाकुर के पूर्वजवों को दो सौ साल पहले सन्हौली गांव के पास मोइन कमला घार के पास से मां की प्रतिमा मिली थी, जिसे गांव के ठाकुरबाड़ी में स्थापित कर पूजा अर्चना की जाने लगी। इसके कुछ दिनों बाद उस पुजारी के स्वप्न में मां ने आकर प्रतिमा को गांव के दक्षिण दिशा में स्थापित करने को कहा। जिस पर पुजारी ने पूर्व विधायक केदार नारायण सिंह व गांव के गणमान्य लोगों से विचार विमर्श बाद वर्तमान के मंदिर स्थल पर प्रतिमा स्थापित किया गया। तब से वहां मां दुर्गा की प्रतिमा निर्माण कर हर साल पूजा की जा रही है। आज मंदिर भव्य रूप में बना है। 

    सन्हौली दुर्गा मंदिर में स्थापित मूर्ति।

श्री दुर्गा स्थान सन्हौली की है महिला अपार: इस मंदिर की दूर दूर तक ख्याति है। शहर से लेकर जिले के विभिन्न हिस्से से लोग मां के दर्शन के लिए पहंुचते हैं। मंदिर के प्रति आस्था बड़ी है। यहां कलश स्थापन के साथ से ही पूजा अर्चना के लिए बड़ी भीड़ लगने लगती है। नवमी व दशमी पर तो मां के दर्शन व प्रसाद चढ़ाने के लिए काफी भीड़ उमड़ पड़ती है। खास बात यह है कि यहां नवमीं की सुबह से ही पाठा की बली दी जाती है, जो शाम तक चलती है। कहा जाता है कि पन्द्रह सौ से दो हजार के बीच पाठा की बली चढ़ती है। लोगों की मन्नते पूरी होने पर पाठा चढ़ाने की आस्था दूर-दूर तक फैली है। यहां की परंपरा यह है कि दशवीं के दिन शाम में ही मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के लिए उठाई जाती है। पूरे गांव का भ्रमण कराया जाता है। पीढ़ी दर पीढ़ी एक ही स्वरूप में मां की प्रतिमा स्थापित होती आ रही है। 

नवरात्रा में शाम में होती है महा आरती: नवरात्रा पर मंदिर में शाम में महा आरती होती है। महा आरती में बड़ी संख्या में व्रति व श्रद्धालु शरीक होते हैं। सुबह व शाम में भी पूजा व आराधाना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगती है। नवमी व दशवी के दिन तो भीड़ उमड़ पड़ती है। मुख्य पुजारी पंडित बोलबम ठाकुर बताते हैं कि नवरात्रा पर नौ दिनों तक हर दिन अलग-अलग तरह के प्रसाद का वितरण श्रद्धालुओं के बीच किया जाता है। वहीं नौ दिनों तक देवी जागरण का भी कार्यक्रम होता है। 

भागलपुर के कलाकार बनाते आ रहे हैं प्रतिमा: श्री दुर्गा स्थान सन्हौली में स्थापित मां की प्रतिमा भागलपुर जिले के कलाकार द्वारा ही बनाई जा रही है। वर्तमान में जो कलाकार प्रतिमा बना रहे हैं, इससे पहले उनके पीढ़ी ही बनाते थे। बताया जाता है कि चाचा व भतिजा मिलकर प्रतिमा बनाते हैं। मुर्तिकार मां की एक ही स्वरूप में बनाते आ रहे हैं। मां की भव्य प्रतिमा भी खास बनती है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु जेवरात भी चढ़ाते हैं।  

मंदिर में उमड़ती है भीड़: दुर्गा पूजा पर मां के दर्शन व पूजा के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। अहले सुबह से जो भीड़ शुरू होती है लगातार लगी रहती है। मंदिर के प्रति लोगों की आस्था ही है कि यहां दर्शन व प्रसाद चढ़ाने के लिए हर कोई पहंुचते से खुद को नहीं रोक पाते हैं। महाआरती में दो से ढाई हजार भीड़ लगती है। पट खुलने पर यहां भीड़ काफी चलगती है। यहां वैसे तो पंडाला खास रूप में नहीं बनाया जाता है। साधारण पंडाल बनाया जाता है। लाइटिंग व गेट का निर्माण किया जाता है। 

ट्रस्ट से संचालित है पूजा: श्री दुर्गा स्थान सन्हौली में दुर्गा पूजा का आयोजन ट्रस्ट के माध्यम से होता है। पांच लाख से अधिक का व्यय होता है। दो लाख तो पंडाल व लाइटिंग में ही लग जाता है। कमेटी द्वारा पूजा का खर्चा गांव व आसपास में चंदा इकट्ठा कर करते हैं। मंदिर की रसीद काटकर स्वेच्छा से जो लोग चंदा देते हैं वे लेते हैं। बताया गया कि समिति में अभी अध्यक्ष विजय रजक हैं। जबकि मंत्री नंदकिशोर सिंह, सचिव शेखर सिंह, सदस्य राकेश मोहन, मनीष कुमार सिंह, टिंकु सिंह सहित गांव के युवा व बुजुर्ग मिलकर शांति से प्रतिमा स्थापित करते हैं। 

By: Rajeev

नव भारत साक्षरता कार्यक्रम: शुरू होने से पहले ठंडे बस्ते में हुई गुम

 नव भारत साक्षरता कार्यक्रम: शुरू होने से पहले ठंडे बस्ते में हुई गुम 

साल 2020 में शुरू होने वाली पढ़ना लिखना अभियान धरातल पर आने से पहले हो चुकी है बंद 

15 आयु वर्ष उपर के असाक्षर महिला व पुरूष को गत अप्रैल से साक्षर करने की शुरू होनी थी केन्द्र 

विभागीय पत्र मार्च में आई तो जिले में असाक्षरों को सर्वें की सुगबुगुहाट हुई शुरू

केन्द्र शुरू करने को लेकर गाइडलाइन व आवंटन आज तक नहीं आई, कार्यक्रम पर लगता नजर आ रहा है ग्रहण  

     खगड़िया जिले के असाक्षर महिला व पुरूषों को साक्षर करने की योजना शुरू होने से पहले ही ठंडे बस्ते में गुम हो गई। जी हां केन्द्र प्रायोजित नव भारत साक्षरता कार्यक्रम इस साल के अप्रैल माह से शुरू करनी थी, जो अबतक किसी गाइडलाइन व आवंटन के अभाव में शुरू नहीं हो सकी थी। यहीं हाल साल 2020 में भी शुरू की जाने वाली केन्द्र प्रायोजित पढ़ना लिखना अभियान धरातल पर उतरने से पहले ही फाइलों में बंद की जा चुकी है। बताया जाता है कि साल 2020 में केन्द्र सरकार द्वारा योजना को लंच किया गया था। हालांकि उस साल के वित्तीय साल के अंतिम माह में जिले को गाइडलाइन उपलब्ध कराते हुए केन्द्र संचालित करने को कहा गया था। पर, आवंटन जिले को उपलब्ध नहीं कराया जा सका था। इसके दूसरे साल नई योजना नव भारत साक्षरता कार्यक्रम लाया गया, इसका भी वैसा ही हाल होता नजर आता है। नव भारत साक्षरता कार्यक्रम की बात करें तो इस साल के मार्च माह के अंत में विभागीय स्तर से गांव से लेकर शहर तक के 15 वर्ष आयु वर्ग से उपर के सभी जाति व धमार्ें के असाक्षर महिला व पुरूषों को साक्षर करने के लिए केन्द्र संचालत करने का लेटर आया था। जिस पर जिले में असाक्षरों को सर्वें करने का काम भी शुरू कर दी गई थी। यहां तक कि गत अप्रैल से साक्षरता केन्द्र शुरू करने की तैयारी भी विभाग करने को तैयारी में थी। पर, आज तक किसी तरह की केन्द्र संचालन को लेकर ना तो गाइडलाइन आई और ना ही आवंटन ही जिले को मिल सका। ऐसी स्थिति में सर्वें का कार्य भी बीच मजझार में ही छोड़ देनी पड़ी। वैसे जिले में फिलहाल मुख्यमंत्री असक्षर आंचल योजना के तहत दलित व महादिल वर्ग के महिलाओं को साक्षर की जा रही है। नव साक्षर हुई 13 हजार 520 महिलाओं को आगामी 25 सितम्ब को बुनियादी साक्षरता महापरीक्षा में शामिल कराने की तैयारी की जा रही है। नव भारत साक्षरता कार्यक्रम शुरू होता तो असाक्षर पुरूष भी साक्षर हो पाते। असाक्षरों को बुनियादी शिक्षा के तहत पढ़ना, लिखना सहित सरकार स्तर से संचालित कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी मिलती।यह कार्यक्रम अगले पांच साल यानि 2027 तक संचालित करने का आदेश आया था। 

साक्षरता केन्द्रों पर असाक्षरों को वीटी से पढ़ाने की थी व्यवस्था: साक्षरता केन्द्रों पर असाक्षर महिला व पुरूषों को स्वयं सेवक (वीटी) साक्षर करने की योजना बनाई गई थी। वीटी के रूप में स्थानीय स्तर के छात्र-छात्राएं, सेवानिवृत कर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता आदि को जिम्मेदारी दी जानी थी। स्वेच्छा से शिक्षा दान करने वालों को वीटी के रूप में चयन करने की बात कही गई थी। हर दस असाक्षरों को पढ़ाने के लिए एक वीटी लगनी थी। केन्द्र टोला व मुहल्ला में ही संचालित होनी है।  

मुख्यमंत्री अक्षर आंचल योजना के तहत महिलाएं हो रही है साक्षर: जिले में वर्तमान में बिहार सरकार की मुख्यमंत्री अक्षर आंचल योजना के तहत असाक्षर महादलित व दलित महिलाओं को साक्षर करने की मुहिम चल रही है।  इस योजना के तहत 15 से 45 साल उम्र तक के महादलित व दलित, अल्पसंख्यक असाक्षर महिलाओं को साक्षर करने के लिए 687 साक्षरता केन्द्रों पर शिक्षा सेवक व तालिमी मरकज जिम्मेदारी है। यह योजना 10 दिसम्बर 2012 में शुरू हुई थी। साक्षर होने वाली महिलाओं की बुनियादी साक्षरता परीक्षा लेकर प्रमाणपत्र उपलब्ध कराया जाता है। 

साक्षर भारत कार्यक्रम अब हो गई है बंद: जिले में चल रही केन्द्र प्रायोजित साक्षर भारत कार्यक्रम के तहत असाक्षरों को साक्षर करने की योजना अब बंद कर दी गई है। जिसमें 15 आयु वर्ग से उपर के असाक्षर महिला व पुरूषों को साक्षर किया जा रहा था। बताया जाता है कि यह कार्यक्रम 2010 में शुरू हुई थी, जो साल 2018 में बंद कर दी गई। बताया गया कि इस बीच जिले में तीन लाख से अधिक असाक्षरों को साक्षर किया गया। 

केन्द्र प्रायोजित पढ़ना लिखना अभियान धरातल पर उतरने से पहले ही फाइलों में बंद हो चुकी है। बता दें कि साल 2020 में केन्द्र सरकार द्वारा इस योजना को लंच किया गया था। हालांकि उस साल के वित्तीय साल के अंतिम माह में जिले को गाइडलाइन उपलब्ध कराते हुए केन्द्र संचालित करने को कहा भी गया था। पर, आवंटन जिले को उपलब्ध नहीं हुआ। हालांकि जिला स्तर पर केन्द्र संचालन को लेकर बैठक भी हुई। जिले को 16 हजार के करीब असाक्षरों को साक्षर करने का लक्ष्य भी मिला था। सूत्रों की मानें तो इस अभियान के तहत असाक्षरों को पढ़ाने के लिए वीटी का भी चयन कर लिए जाने की बात कही गई। पर, बाद में योजना को बंद कर अब नव भारत साक्षरता कार्यक्रम को लाया गया है। 

By: Rajeev


बुधवार, 3 अगस्त 2022

देश आजादी में खगड़िया रही शहीदों की धरती


शनिवार, 23 जुलाई 2022

खगड़िया में बैकलॉग सहित 3488 पदों पर होगी शिक्षकों की नियुक्ति

खगड़िया जिले में सातवें चरण में 3488 पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति होनी है। छात्र अनुपात में इस बार शिक्षक के पद भरे जाएंगे। कक्षा एक से पांचवीं तक में 1649 सीट चिह्नित किए गए हैं। जबकि कक्षा छह से आठवीं तक में विषयवार 1839 सीट पर बहाली संभावित है। इन सीटों में छठे चरण की बची 786 सीट भी शामिल किया गया है। जिसमें कक्षा एक से पांचवी के 534 बीच सीट है। जबकि कक्षा छह से आठवीं के 252 सीट भी जुड़ा है। गत 31 मार्च तक सेवानिवृत्त, त्यागपत्र व सेवामुक्त होने के कारण रिक्त 62 सीट शामिल है। जिसमें प्राइमरी के लिए 60 रिक्त पद व मिडिल स्कूल के लिए 22 सीट शामिल है। छात्र अनुपात में इस बार चिह्नित किए गए कुल रिक्ति 2620 है। जिसमें कक्षा एक से पांचवीं में 1055 व कक्षा छह से आठवीं में 1565 सीट चिह्नित किए गए हैं। बता दें कि प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने गत 26 मई को पत्र जारी कर सभी डीईओ व डीपीओ स्थापना से बिते 31 मार्च 2022 की स्थित के अनुसार स्कूलावार व इकाईवार रिक्त पदों की गणना करने का आदेश दिया था। जिसके आधार पर गत 15 दिन पहले जिले से चिह्नित रिक्ति को राज्य भेजा गया था।

सदर प्रखंड के 86 रिक्त सीट पर महज 39 अभ्यर्थियों का हुआ था चयन: सदर प्रखंड अंतर्गत 16 पंचायतों में नियोजन की प्रक्रिया हुई। जिसमें 86 रिक्त सीट पर महज 39 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था। अलौली प्रखंड अंतर्गत 19 पंचायतों में 91 रिक्त सीट पर महज 37 का चयन किया गया था। मानसी प्रखंड अंतर्गत चार पंचायतों में 28 सीट पर महज नौ का चयन हो पाया था। वहीं चौथम प्रखंड अंतर्गत 11 पंचायत नियोजन इकाईयों में 46 सीट में 23 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था। गोगरी प्रखंड अंतर्गत 14 पंचायत नियोजन इकाईयों में रिक्त 60 सीट में 30 सीट ही भर सका। बेलदौर के 13 पंचायतों में 93 सीट में 41 अभ्यर्थी चयनित हुए थे। परबत्ता अंतर्गत 16 पंचायत नियोजन इकाईयों में शिक्षक के 80 रिक्त सीट पर महज 37 का चयन हो पाया था। जिलेके विभिन्न 93 पंचायत नियोजन इकाईयों में काउंसिलिंग हुई थी।

शनिवार, 2 जुलाई 2022

खगड़िया जिले में प्रारम्भिक स्कूल में सातवें चरण के लिए 3488 सीट चिन्हित

जिले में क्लास एक से आठवीं तक मैं 3488 रिक्ति हुई चिन्हित
खगड़िया जिले में सातवें चरण की होने वाली शिक्षक नियुक्त के लिए 3488 रिक्ति चिंहित किये गए हैं। बताया जाता है कि क्लास एक से आठवीं तक के लिए ये रिक्ति स्कूल स्तर पर छात्र अनुपात में राज्य को भेजी गई है। जानकारी के अनुसार प्रारम्भिक स्कूल के छठे चरण में 1320 सीट के लिए नियोजन की प्रक्रिया हुई थी। जिसमें नियोजन के बाद 786 सीट खाली रह गए थे। इसे भी अगली होने वाली सातवें चरण की नियोजन में जोड़ा गया है। बताया जाता है कि अब जिला स्तर पर अगले पंद्रह दिनों में रोस्टर तैयार करने का कार्य भी कर लिया जाएगा।
By: Rajeev

रविवार, 19 जून 2022

मुंगेर यूनिवर्सिटी: स्नातक पार्ट वन और टू की 20 जून को होने वाली परीक्षा हुई स्थगित

 मुंगेर विश्वविद्यालय मुंगेर अंतर्गत 20 जून को होने वाली स्नातक पार्ट वन और पार्ट टू (सब्सिडियरी) की परीक्षा अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दी गई। विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक ने पत्र जारी कर अगली सूचना तक के लिए स्थगित की है। बता दें कि इससे पहले गत 18 जून को ली जाने वाली परीक्षा भी रद्द की जा चुकी है।

शुक्रवार, 17 जून 2022

खगड़िया जिले में 686 शिक्षा सेवक और तालीमी मरकज किए गए प्रतिनियोजित

20 जून तक नव प्रतिनियोजित स्कूल में करना है योगदान, पहली वार हुई है स्कूल की अदला बदली

खगड़िया जिले में 686 शिक्षा सेवक व तालिमी मरकजों को एक स्कूल से दूसरे स्कूल में प्रतिनियोजित किया गया है।  इसके साथ ही इन शिक्षासेवकों को आगामी 20 जून तक नव प्रतिनियोजित स्कूलों में योगदान देने का निर्देश मिला है। साक्षरता डीपीओ ने आदेश जारी कर स्कूलों के हेडमास्टरों को 18 जून तक सभी को विरमित करने को कहा है। ऐसा नहीं की स्थिति में प्रतिनियोजित कर्मी 19 जून से स्वत: विरमित माने जाएंगे।

विशेष सचिव सह निदेशक जन शिक्षा बिहार पटना के पत्रांक 739 दिनांक सात जुलाई 2021 एवं उप निदेशक जन शिक्षा के पत्रांक 687 दिनांक दो मई 2022 के आलोक में डीईओ के अनुमोदन के उपरांत साक्षरता डीपीओ कुणाल कुमार ने तीन वर्षों से अधिक एक ही स्कूल में कार्यरत शिक्षासेवकों को प्रखंड अंतर्गत अन्यत्र स्कूल में प्रतिनियोजन किया गया है। परबत्ता 29 सेवक व तालिमी मरकजों का प्रतिनियोजन किया। मानसी में 19, चौथम 54, गोगरी 54, बेलदौर101, सदर 198 व अलौली240 शिक्षा सेवक व तालिमी मरकज एक स्कूल से दूसरे स्कूल में प्रतियोजित किए गए हैं। इधर साक्षरता डीपीओ कुणाल गौरव ने बताया कि विभागीय पत्र के आलोक में डीईओ के अनुमोदन के उपरांत एक ही कई सालों के पदस्थापित शिक्षा सेवकों व तालिमी मरकजों का प्रतिनियोजन किया गया है। 

नियोजन के बाद पहली बार इधर से उधर: जिले में टोला सेवक व तालिमी मरकजों को पहली बार एक स्कूल से दूसरे स्कूल में प्रतिनियोजन कर पदस्थापित किया गया है। जिले में साल 2009 में टोला सेवक व तालिमी मरकजों की विभिन्न स्कूलों में नियोजन किया गया था। पहले एसएसए के अंतर्गत इनका नियोजन किया गया था। इसके बाद साल 2012 में इनका समायोजन केन्द्र से बिहार सरकार अपने अंदर कर लिया।

By: Rajeev

रविवार, 12 जून 2022

जिले के माध्यमिक स्कूलों में है लैब, पर नहीं होता है प्रायोगिक समान प्रयोग


खगड़िया जिले में गर्ल्स हॉस्टल नहीं, कॉलेजों में पढ़ाई करने वाली बालिका शहर में कैसे रहकर पढ़ेगी

बुधवार, 8 जून 2022

खगड़िया जिले में प्रारंभिक परीक्षा में 25 फीसदी भी नहीं रहा स्टूडेंट्स का ए ग्रेड रिजल्ट

खगड़िया जिले में शैक्षणिक सत्र 2021-22 में प्रारंभिक स्कूलों में पढ़ाई करने वाले स्टूडेंटस की वार्षिक परीक्षा सह मूल्यांकन का रिजल्ट वर्गवार ग्रेड जारी किया गया। जिसमें ए ग्रेड 25 फीसदी भी नहीं रहा। हां यह बात और है कि इस बार ई ग्रेड जो बहुत कमजोर माना जाता है एक भी बच्चे का नहीं रहा है। दरअसल पांचवीं व आठवीं कक्षा के बच्चों की वार्षिक परीक्षा पहले ली गई। फिर इसके बाद अन्य कक्षाओं के छात्राओं का मूल्यांकन किया गया। जिले के 1061 प्रारंभिक स्कूलों में पांचवीं कक्षा में नामांकित बच्चों में से 88.97 प्रतिशत बच्चों ने परीक्षा दी। जिसमें ए ग्रेड महज 14.647 बच्चों ने ही लाया। बी ग्रेड 58.61 प्रतिशत बच्चों का रिजल्ट रहा। जबकि सी ग्रेड 24.17 व डी ग्रेड 2.566 प्रतिशत रहा। वहीं आठवीं क्षा में 90.09 प्रतिशत बच्चों ने परीक्षा दी। जिसमें 20.473 प्रतिशत बच्चों ने ए ग्रेड लाया। जबकि 60.25 प्रतिशत बच्चों को बी ग्रेड, 17.21 बच्चों ने सी ग्रेड व 2.062 प्रतिशत डी ग्रेड लाया। सबसे अधिक बच्चों ने बी ग्रेड लाया है।

अन्य कक्षाओं में ओवर ऑल महज 14.22 प्रतिशत बच्चों ने ही लाया ए ग्रेड: कक्षा एक से चार तक व छह व सातवीं कक्षा तक की परीक्षा में ओवर ा ऑल ए ग्रेड महज 14.22 प्रतिशत बच्चों का ही रिजल्ट रहा। कक्षा एक में महज 14.21 प्रतिशत बच्चों का ही ए ग्रेड रिजल्ट रहा। वहीं कक्षा दो में महज 13.60 प्रतिशत ही ग्रेड रिजल्ट रहा। कक्षा तीन में भी 13.63 प्रतिशत ही ए ग्रेड बच्चों ने लाया। वहीं कक्षा चार में 14.26 प्रतिशत ही बच्चों का ए ग्रेड रिजल्ट रहा। इधर कक्षा छह में सबसे अधिक 15.22 प्रतिशत बच्चों का ए ग्रेड आया। जबकि कक्षा सातवीं में महज 14.69 प्रतिशत को ही ए ग्रेड रिजल्ट में मिला। इधर कोरोना के दाौरान परीक्षा नहीं होेने के कारण छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि दोबारा से शिक्षा व्यवस्था अब पटरीपर लाौटने लगी है लेकिन लोगों को सिपर्फ एक ही भय है कि अब दोबारा पिफर से कोरोना का कहर शुरू नहीं हो। एसएसए के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी शौलेन्द्र कुमार ने कहा कि स बार दो साल बाद स्कूलों में वार्षिक परीक्षा आयोजित हुई थी। परीक्षा का रिजल्ट प्रतिशत में एक भी बच्चे का ई ग्रेड नहीं मिला है। ऐसे में रिजल्ट प्रतिशत अच्छा है।

दो साल बाद हुई थी स्कूलों में परीक्षा: कोरोना काल के कारण सरकारी स्कूलों में बच्चों को बिना परीक्षा के ही दो साल अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया गया था। साल 2020 की मार्च में परीक्षा लेने की तिथि भी निर्धारित हो गई थी। यहां तक कि प्रश्नपत्र भी छपकर आ गया था। इसी बीच कोरोना के कारण स्कूल बंद हो गए थे। इसके बाद सभी छात्र व छात्राओं की परीक्षा स्थगित हो गई थी। फिर बिना परीक्षा के ही अगली कक्षा में सभी को प्रमोट किया गया। 2021 में भी कोरोना के कारण परीक्षा नहीं हुई थी। दो साल पर इस साल मार्च माह में परीक्षा ली गई थी।

इस साल के मार्च माह में ली गई थी 2021-22 सत्र की परीक्षा: जिले के प्रारंभिक स्कूलों में पांचवी व आठवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं की वार्षिक परीक्षा गत सात मार्च से 10 मार्च तक ली गई थी। बता दें कि सात मार्च को भाषा व अंग्रेजी विषय की परीक्षा हुई थी। वहीं आठ मार्च को गणित, पर्यावरण व सामाजिक विज्ञान, नौ मार्च को विज्ञान व संस्कृत केवल व 10 मार्च को हिन्दी व शैक्षणिक गतिविधि हुई थी। जबकि गत 25 से 29 मार्च तक कक्षा एक से चतुर्थ व कक्षा छह से आठवीं तक के बच्चों का वार्षिक मूल्यांकन हुआ था। मुल्यांकन के बाद से हरी किसी को परिणाम जानने की उत्सुकता बनी हुई थी।

सोमवार, 6 जून 2022

डाउन नॉर्थइस्ट टे्रन में स्कॉट पार्टी पर चाकू से हमला


कटिहार स्कार्ट पार्टी के एक सिपाही हुआ घायल, दो अपराधी हुआ फरार 

बेगूसराय बाद मारी थी चाकू, खगड़िया में उतारकर कराया गया इलाज  

खगड़िया। 

टे्रन में रेल यात्रियों की सुरक्षा भगवान भरोसे कहे तों कोई दोराय नहीं है। खासकर रात में सफर करने वाले रेल यात्रियों में सुरक्षा के प्रति चिंता है। जी हां  ट्रेन में जग स्कॉट पार्टी खुद की रक्षा नहीं कर पाते हैं, तो यात्रियों की सुरक्षा कैसे करेंगे? यह इसलिए सवाल है कि डाउन 12506 नॉर्थइस्ट एक्सप्रेस ट्रेन में रविवार की अहले सुबह बरौनी-खगड़िया के बीच अपराधियों ने स्कॉट पार्टी के एक सदस्य को ही चाकू से घायल कर फरार हो गया। सूत्रों की मानें तो बरौनी स्टेशन पर ट्रेन में चल रहे स्कॉट पार्टी ने दो अपराधियों को रंगे हाथों दबोचा था। जिसमें से एक अपराधी ट्रेन खुलते ही किसी तरह भाग निकला। जबकि दूसरे अपराधी के बारें में कहा जाता है कि बेगूसराय रेलवे स्टेशन से ट्रेन खुलने के बाद स्कॉट पार्टी के एक सिपाही को ही चाकू मारकर घायल कर  चलती ट्रेन से कूद कर भाग गया। जिसके बाद घायल सिपाही को खगड़िया स्टेशन पर उतारकर इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायल सिपाही की पहचान कटिहार स्कॉर्ट पार्टी के सिपाही ललन प्रसाद सिंह के रूप में हुई है। 


 

सोमवार, 30 मई 2022

सातवें चरण की प्रारंभिक शिक्षक नियोजन की शुरू हुई तैयारी, अप्रैल में नोटिफिकेशन जारी होने की उम्मीद

खगड़िया में छठे चरण में 775 सीट से अधिक रह गए हैं सीट खाली, सातवें चरण में नए पद के साथ जुड़ेगी बची सीट

छठे चरण में प्रारम्भिक स्कूलों में 1320 पद में चयनित 554 अभ्यर्थियों को नियुक्त पत्र के लिए गया था बुलाया

खगड़िया से...

सूबे सहित खगड़िया जिले में सातवें चरण के प्रारंभिक शिक्षक नियुक्ति की तैयारी शुरू हो गई है। शिक्षा विभाग ने सभी जिले के डीईओ व स्थापना डीपीओ से रिक्त सीटों की जानकारी मांगी गई है। जिला स्तर पर रिक्तियों व रोस्टर तैयार करने का शिडयूल भी तय किए गए हैं। इस बार भी बड़ी संख्या में रिक्ति आने वाली है। जाहिर है कि जिले में ही छठे चरण की रिक्त बची 775 से अधिक सीट सातवें चरण की नियुक्ति में जुड़ जाएंगे। रिक्तियों की गणना करने का पत्र जारी होते हुए टीईटी व सीटीईटी पास अभ्यर्थियों में खुशी देखी जा रही है। छठे चरण की नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही सातवें चरण की बहाली की चर्चा होने लगी थी। इस बीच विलंब होता देख अभ्यर्थियों ने पटना में धरना व प्रदर्शन पर भी बैठे तब जाकर विभाग ने रिक्तियों की रिपोर्ट जिले से तलब पत्र जारी की। प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने गत 26 मई को पत्र जारी कर सभी डीईओ व डीपीओ स्थापना से 31 मार्च 2022 की स्थिति के अनुसार स्कूलवार व इकाईवार रिक्त पदों की गणना आगामी 30 जून तक करने को कहा है। साथ ही जिला स्तर पर रिक्त पदों के सापेक्ष रोस्टर बिंदु का क्लियरेंस आगामी 15 जुलाई तक पूरा करने को कहा है। वहीं नियोजन इकाईवार व कोटिवार रिक्त पदों को विभाग द्वारा तैयार किए जाने वाले पोर्टल पर आगामी 25 जुलाई तक अपलोड करना है। पत्र में साफ कहा गया है कि जुलाई माह के अंत तक विज्ञापन जारी किया जाएगा।

छठे चरण के शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया 2019 में हुई थी शुरू: छठे चरण की जिले में विभिन्न 101 नियोजन इकाईयों में विभिन्न विषय व कोटि के 1320 सीट पर बहाली के लिए साल 2019 में नियोजन की प्रक्रिया शुरू हुई थी। जिसके अंतर्गत जिले में तीन राउंड तक हुई काउंसिलिंग में विभिन्न नियोजन इकाईयों में 554 अभ्यर्थियों का चयन नियुक्ति पत्र के लिए किया गया था। जिसमें चयनित नौ शिक्षक अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट जांच में फर्जी पाया गया था। जिसमें इन अभ्यर्थियों के दावे को रद्द कर दिया गया। ऐसे में चयनित शेष 545 अभ्यर्थी बचे जिसे नियुक्ति पत्र के लिए बुलाया गया था। जिसमें से भी आधे दर्जन के करीब अभ्यर्थी नियुक्ति पत्र लेने नहीं पहुंचे थे। इधर बता दें कि नगर क्षेत्र में जुड़े जिले के विभिन्न 13 पंचायतों में नियोजन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है।

प्रखंड शिक्षक की बड़ी संख्या में सीट रिक्त: सातों प्रखंड नियोजन इकाईयों में बड़ी संख्या में सीट रिक्त रह गई। सदर प्रखंड में 115 रिक्त सीट के विरुद्ध महज 46 अभ्यर्थियों का चयन किया गया था। जिसमें से एक अभ्यर्थी ने अपना दावा बाद में वापस ले लिया था। इधर मानसी प्रखंड में 28 सीट पर 16 का ही चयन हो पाया था। वहीं चौथम में 130 सीट पर महज 48 का चयन हो पाया। जबकि गोगरी प्रखंड में 184 सीट पर 76 का चयन हो पाया था। बेलदौर में 104 रिक्ति पर महज 36 का चयन हुआ। इधर परबत्ता प्रखंड में 108 रिक्ति में महज 43 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था। इधर नगर शिक्षक के तीन पद खाली रह गए। जिसमें नगर परिषद में दो व नगर पंचायत गोगरी में एक सीट रिक्त रहे।

पंचायत नियोजन इकाईयों में शिक्षक के पद रहे रिक्त: जिले के कई पंचायत नियोजन इकाईयां अंतर्गत स्कूलों में भी शिक्षक के सीट रिक्त रह गए। सदर प्रखंड अंतर्गत 16 पंचायतों में नियोजन की प्रक्रिया हुई। जिसमें 86 रिक्त सीट पर महज 39 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था। वहीं अलौली प्रखंड अंतर्गत 19 पंचायतों में 91 रिक्त सीट पर महज 37 का चयन किया गया था। मानसी प्रखंड अंतर्गत चार पंचायतों में 28 सीट पर महज नौ का चयन हो पाया था। वहीं चौथम प्रखंड अंतर्गत 11 पंचायत नियोजन इकाईयों में 46 सीट में 23 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था। गोगरी प्रखंड अंतर्गत 14 पंचायत नियोजन इकाईयों में रिक्त 60 सीट में 30 सीट ही भर सका। बेलदौर के 13 पंचायतों में 93 सीट में 41 अभ्यर्थी चयनित हुए थे। परबत्ता अंतर्गत 16 पंचायत नियोजन इकाईयों में शिक्षक के 80 रिक्त सीट पर महज 37 का चयन हो पाया था। जिलेके विभिन्न 93 पंचायत नियोजन इकाईयों में काउंसिलिंग हुई थी।

शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों के भी पद रह गए रिक्त: जिले में शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशक के भी अधिकांश पद रिक्त रह गए। गत 28 मई को चार प्रखंड नियोजन इकाईयों अंतर्गत चयनित अभ्यर्थियों के बीच नियुक्ति पत्र बांटा गया था। गत 12 मई को हुई काउंसिलिंग में 32 अभ्यर्थियों का चयन किया गया था। जिसमें से अधिकांश अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र संस्थान के मान्यता नहीं रहने से रोक दिया गया। सदर प्रखंड में 11 में महज पांच को ही नियुक्तिपत्र बांटा गया। इधर बता दें कि अलौली, बेलदौर, मानसी, नगर परिषद व नगर पंचायत गोगरी नियोजन इकाईयों के अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग नहीं हो सकी है।

By. Rajeev

सोमवार, 16 मई 2022

खगड़िया में एक स्कूल में नहीं पक रहा मध्याह्न भोजन, तीन सौ से अधिक बच्चे रह रहे भूखे, किचेन शेड नहीं से दिक्कत

खगड़िया में एक स्कूल के बच्चों को मध्याह्न भोजन उपलब्ध करवाने में शिक्षा अधिकारी हैं विफल

जिले में शतप्रतिशत स्कूलों में मध्याह्न भोजन योजना चालू नहीं है, जो शिक्षा अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है

खगड़िया जिले में तीन दिन पहले तक दो स्कूलों में बच्चों को एमडीएम योजना बंद थी। वैसे अब एक स्कूल में एमडीएम चालू की गई। पर, अब भी एक स्कूल में तीन सौ से अधिक बच्चों को एमडीएम परोसा नहीं जा रहा है। जबकि स्कूल में चावल व राशि भी उपलब्ध है। यहां तक कि गत दिनों भेजी गई चावल की आवंटन भी लेने से भी ये हेडमास्टर इंकार कर दिया। ऐसे में एचएम की मनमानी के आगे शिक्षा अधिकारी की सख्ती भी काम नहीं कर रही है जो सवाल है। बता दें कि सदर प्रखंड अंतर्गत मिडिल स्कूल हरिजन गंगिया में गत तीन अप्रैल से मध्याह्न भोजन बंद है। जबकि स्कूल पर्याप्त मात्रा में चावल व राशि है। हालांकि गत 28 से 30 मार्च तक तीन दिन एमडीएम बनाया गया था। पर, अब एचएम स्कूल में किचेन शेड नहीं रहने का विभाग को हवाला देकर एमडीएम संचालित नहीं कर रहे हैं। स्कूल में 375 बच्चे नामांकित बताए गए हैं। ब        इधर बेलदौर प्रखंड अंतर्गत मिडिल स्कूल गोंगी में भी चावल व राशि की उपलब्धता रहने के बाद भी मध्याह्न भोजन बंद रखा गया था। हालांकि अब तीन दिन पहले चालू की जा सकी है। बता दें कि जिले में 1060 प्रारंभिक स्कूलों में फिलहाल 1059 स्कूलों में बच्चों को एमडीएम मिल रहा है।

 एमडीएम संचालन नहीं करने पर एचएम पर हुई है प्रपत्र क गठित: जिले में मध्याह्न भोजन योजना का संचालन नहीं करने के मामले में अब तक 17 स्कूलों के हेडमास्टरों पर विभागीय कार्रवाई की गई है। बता दें कि नौ स्कूलों के एचएम पर शिक्षा अधिकारी ने प्रपत्र क गठित की कार्रवाई की है। 14 हेडमास्टरों पर गत 28 मार्च तक एमडीएम संचालन नहीं करने के आरोप में कार्रवाई की गई। जिसमें नौ नियमित शिक्षकों पर प्रपत्र क कठित की गई। जबकि अन्य पर नियोजन इकाईयों को लिखा गया। इसके बाद दो व फिर एक एचएम पर विभागीय कार्रवाई की गई।

प्रपत्र क गठित की नहीं हो सकी जांच: प्रपत्र क गठित किए जाने के एक माह बाद भी आरोपों की जांच नहीं हो सकी है। ऐसे में एचएम की वेतन बंद तो है ही साथ ही स्कूलों में एचएम योजना भी संचालित किया जा रहा है। पर, जांच नहीं होने से एचएम कार्रवाई से मुक्त नहीं हो सके हैं। इधर एक तरफ स्थापना डीपीओ स्तर से नौ एचएम के आरोपों की जांच के आदेश दिए गए हैं। तो दूसरी ओर एमडीएम डीपीओ पत्र जारी कर जांच अधिकारी को इन एचएम का आरोप मुक्त करने को लिखा गया है। जो सवाल भी उठाता है।

मंगलवार, 10 मई 2022

खगड़िया जिला बना तो, विकास की लिखी कई गाथाएं...

खगड़िया जिले के रूप में 41 साल का सफर पूरा किया। इस सफर में कई उतार चढ़ाव भी देखे। 

जिले ने अपने नाम अनेकों उपलब्धि जोड़े तो कई कसक आज भी बांकी है। 

सात नदियों से घिरे खगड़िया के दर्जनों गांव हर साल बाढ़ की विभीषिका भी झेलती आ रही है।

स्थापना के बाद ये पहला अवसर है, जब 41वां स्थापना दिवस को समारोह के रूप में जिला मना रहा। 

खगड़िया एक नजर में: 10 मई 1981 को मुंगेर से अलग होकर खगड़िया स्वतंत्रता जिला बना। 30 अप्रेल 1981 को बिहार सरकार की अधिसूचना से  जिला बना था। इससे पहले 1943-44 में खगड़िया अनुमंडल के रूप में मुंगेर जिला अंतर्गत बना था। खगड़िया का इतिहास गौरवशाली और कई मायनों में खास है। ये धरती पौराणिक धार्मिक रूप में मां कात्यायनी मंदिर शक्तिपीठ रूप में  है। 52 कोठरी 53 द्वार की धरोहर है। कहते हैं कि 5वी शताब्दी पूर्व मुगल शासक अकबर के मंत्री टोडरमल ने जब यहां की भौगोलिक बनावट के करण जमीन की पैमाइश नहीं कर सके, तो इसे फरक कर दिया। तब से फरकिया नाम से जाना जाता है। 

    दो अनुमंडल, सात प्रखंड, अब दो नगर परिषद, तीन नगर पंचायत वाले जिला 10863 वर्ग किमी में फैला है। जहां सात नदियां भी बहती है। दो एनएच और कई रेलखंडों से जुड़ी खगड़िया सीमा से बेगूसराय, सहरसा, भागलपुर, समस्तीपुर, मधेपुरा और मुंगेर जिला लगती है। खगड़िया मक्का उत्पादन में एशिया में अव्वल है, तो ये दूध, दही, मछली की धरा के रूप में जानी जाती है। शहीदों की धरती भी रही है। देश को आजादी दिलाने में प्रभुनारायण और धन्ना-माधव ने अपनी प्राणों की आहुति थी। दानवीर कर्ण की धरती पर श्यामलाल और अवध बिहारी भी दानवीर हुए। 

अपना खगड़िया इस 41 सालों में हर मुकाम पर तरक्की की कई  गाथाएं लिखी है। चाहे खेल हो या राजनीति की पटल पर देश ही नहीं अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है। इस लंबे सफर में  अनेकों उपलब्धि नाम की, तो कुछ कसक अब भी बांकी है। इतिहास के पन्नों में कई स्वर्णिम  मुकाम बनाई। तो इस धरती ने कई ऐसे हादसों को भी दिखाया है, जो आज भी लोगों को विचलित करती है। स्थापना काल के बाद से  41 वां स्थापना दिवस को  जिला प्रशासन समारोह के रूप में मनाया। 

खगड़िया में है कोशी का कैब्रिज: आजादी की याद को समेटे 1947 मेें स्थापित कोशी कॉलेज जिले की पहचान कोशी की कैब्रिज के रूप में दिलाई। तब के एसडीओ और स्थानीय शिक्षाविदों ने जमीन और धन दानकर इस शिक्षा की मंदिर को स्थापित किया था। आज भी अपनी भव्यता और नाम के साथ अतीत को बता रहा है। अब यहां पीजी  स्तर तक की पढ़ाई होती है। महिला कॉलेज सहित चार स्नातक स्तरीय कॉलेज है। 

1992 में खगड़िया जुड़ गया था व्यवसायिक शिक्षा से: 1992 में सूबे के कुुुछ गिने चुने जिले केे साथ खगड़िया में भी इंटर स्तरीय व्यवसायिक शिक्षा की व्यवस्था हो गई थी।  शहर के जेएनकेटी स्कूल में इसे स्थापित किया गया। साल 2011 से तकनीतिक शिक्षा की ओर कदम तेजी से बढ़ा। आज तीन  iti college है। anm कॉलेज है। पोलटेक्निक, इंजीनियरिंग कॉलेज की भवन बनकर पढ़ाई के लिए तैयार खड़ा है। केंद्रीय विद्यालय और जवाहर नवोदय विद्यालय है। सरकारी डीएलएड प्रशिक्षण केंद्र है। तीन बीएड कॉलेज भी खुला है। अभी 137 माध्यमिक और प्लस टू स्तरीय स्कूल है, जो हर पंचायत में स्थापित है। 1061 सरकारी प्रारम्भिक स्कूल है, जो हर टोले से जुड़ा है। अब गांव सीधे स्वास्थ्य सुविधा से जुड़ा है। खगड़िया को विकास के पथ पर बढ़ाने और नाम बढ़ाने में हर कोई ने  जब जहां अवसर और मौका मिला कसर नहीं छोड़ी। 

देश की राजनीति की पटल पर खगड़िया: देश ही नहीं विदेशों में खगड़िया की राजनीति की पहचान बनी है। जिले के अलौली प्रखंड के नदी पार के गांव शहरबन्नी से निकल कर तीन भाइयों ने देश की राजनीति में धाक जमाया। शहरबन्नी गांव मेें 1946 में जन्मे रामविलास पासवान ने वर्ष 1977 में हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र से पांच लाख से अधिक मतों से चुनाव जीतकर गिनीज बुक ऑफ व वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया, जो देश के इकलौते राजनेता थे। छह प्रधानमंत्री के कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री रहे। मरणोपरांत भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया। पद्मभूषण सम्मान प्राप्त करने वाले वाले राज्य के वे पहले राजनेता हुए। वे राष्ट्रीय पार्टी बनाकर राजनीति की विरासत अपने पुत्र के हाथ सौपी। अब उनके छोटे भाई पशुपति पारस केंद्र में मंत्री हैं। 

खगड़िया ने दी मुख्यमंत्री: जिले के सतीश प्रसाद सिंह वर्ष 1968 में सूबे मुख्यमंत्री बने थे। वे सूबे के छठे व पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री बने थे। वर्ष 1968 में 27 जनवरी से 5 फरवरी तक वे मुख्यमंत्री रहे। वे पसराहा के पास अपने नाम पर सतीशनगर गांव बसाया। 

खेल के मैदान पर खगड़िया: खेल के मैदान पर भी खगड़िया ने देश ही नहीं अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई। गोगरी प्रखंड अन्तर्गत शिरनिया गांव  के फुुुटबॉलर विधानचंद्र मिश्रा वर्ष 1965 में भारतीय टीम में चुने गए। पाकिस्तान के शीर मूल्तान में ईरान व रूस के खिलाफ गोलकर भारतीय टीम को जीत दिलायी थी। जलकौड़ा के फुटबॉलर मो सरफराज साल 2021 में बिहार सीनियर फुलबॉल टीम के कप्तान की जिम्मेदारी संभाली। 2019 में हुई संतोष ट्रॉफी में सरफराज ने बिहार की ओर से बंगाल में मेजबान टीम को एक गोल दागकर जीत दिलाई थी। मानसी के चकहुसैनी की नेहा सीनियर महिला फुटबॉल टीम का हिस्सा बन चुकी है। खेल मंत्री से सम्मानित भी हो चुकी है। महिला क्रिकेट में  विशालाक्षी  और अपराजिता सीनियर महिला नेशनल मैच खेल जिला का मान बढ़ाई है। हॉकी में सोनम और ज्योति सब जूनियर महिला नेशनल खेली। नवनीत कौर और ख़ूबशु सीनियर महिला नेशनल  खेल चुकी है। बालक हॉकी में भी नाम है। 

योग और संगीत की भी बजी धुन: जिले की योगपरी श्रेया त्यागी चार साल की उम्र में ही वर्ष 2015 में राष्ट्रीय बाल पुरस्कार जीत चुकी है। योग गुरु बाबा रामदेव ने नन्ही योग गुरु की उपाधि दी थी। दर्जनभर से अधिक अवार्ड से सम्मानित होकर जिले को योग में पहचान दिलाई। लोक गायक सुनील छैला बिहारी अंगिका गीत के माध्यम से सूबे के अलावा दूसरे प्रदेशों में जाने जाते हैं। एक दौर था जब हर जगह छैला बिहारी की गीत की धूम थी। इसके अलावे साहित्य में भी खगड़िया की लेखनी की पहचान है। 

By- Rajeev



गुरुवार, 5 मई 2022

अपग्रेड हाईस्कूलों में शिक्षकों की कमी, पढ़ाई की हो रही कोरम

मंगलवार, 3 मई 2022

खगड़िया-अलौली रेलखंड पर होगी स्पीड ट्रायल, दौड़ेगी मालगाड़ी

  खगड़िया-कुशेश्वर स्थान नई रेल लाइन परियोजना के अंतर्गत खगड़िया-अलौली रेलखंड पर आज यानी 04.05.2022 को ट्रेन की स्पीड ट्रायल होगी। 
    
44 किमी लंबे खगड़िया-कुशेश्वर स्थान नई रेल लाइन परियोजना के अंतर्गत नवनिर्मित 18.5 किमी लंबे खगड़िया-अलौली रेलखंड पर दिनांक 04.05.2022 को मालगाड़ी परिचालन को लेकर अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। निरीक्षण के दौरान अलौली से खगड़िया स्टेशन तक स्पीड ट्रायल भी किया जायेगा। इस दौरान रेल अधिकारियों ने आम लोगों को रेलवे लाईन से दूर रहने की सलाह दी है।

मंगलवार, 26 अप्रैल 2022

खगड़िया में 27 अप्रैल से स्कूलों का संचालन 10:30 तक

भीषण गर्मी को देखते स्कूल के समय में हुआ बदलाव
 भीषण गर्मी को देख डीएम ने जारी की आदेश
   खगड़िया जिले में भीषण गर्मी को देखते हुए स्कूलों के संचालन के समय में बदलाव किया गया है। खगड़िया डीएम ने जिले के सभी स्कूलों में शैक्षणिक गतिविधि अब दिन के 10:30 बजे तक ही करने का आदेश जारी किया है। ये आदेश 27 अप्रैल से लागू होगी। जाहिर है कि फिलहाल  स्कूलों का संचालन 11:30 बजे तक हो रहा है। जिले में तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया है। जिसका असर स्कूली बच्चों पर प्रतिकूल पड़ रहा है।

खगड़िया जिले में 40 डिग्री के पार तापमान

जिले में दो दिनों से फि र मौसम का पारा चढ़ा रहा। तापमान चालीस डिग्री के पार रहा। तेज धूप व गर्म हवा लोगों को कुम्हला रहा है।

रविवार को देह जला देने वाली धूप का आलम यह रहा कि लोग घर से बाहर निकलने से परहेज किया। जिसका असर सड़क पर लोगों की आवाजाही कम देखा गया। गर्म हवा से लोगों को घर में भी राहत नहीं मिल रही थी। लोग पंखे की हवा में भी गर्मी से कुम्हला रहे थे। सुबह से ही तेज धूप निकली थी। शाम पांच बजे बाद भी तापमान में नरमी नहीं हो पाई थी। देर शाम भी गर्म हवा से लोगों को राहत नहीं मिली।

बता दें कि दो दिन पहले तक मौसम खुशनुमा हो गई थी। तीन दिनों तक गर्मी से लोगों को हद तक राहत महसूस हो रही थी। तेज हवा हल्की ठंडक का एहसास भी करा रही थी। पर, शनिवार से फिर से तेज धूप के साथ गर्म हवा लोगों को व्याकुल करने लगा है। जो रविवार को और अधिक महसूस किया गया।

गर्मी का ऐसा ही आलम रहा तो लोगों को घर में भी रहना भी मुश्किल होगा। धूप में बाहर निकलना लोगों को दुश्वार तो कर रही रखा है। तेज धूप में चलने वाली गर्म हवा लोगों को घर के अंदर पंखें की हवा में भी व्याकुल कर रही है। धूप में पैदल चलने वाले लोगों को खासे झुलसा रही है।

वहीं बाइक सवारों को भी गर्म हवा परेशान कर रही है। सुबह आठ बजे से ही तेज धूप लोगों को झुलसाना रही है। देर शाम तक गर्मी का असर अनुभव किया जा रहा है। जिसका असर लोगों के दैनिक कार्य पर भी पड़ रहा है। वहीं बाजार के कारोबार पर भी असर देखा जा रहा है।

जिले में दो दिनों से फि र मौसम का पारा चढ़ा रहा। तापमान चालीस डिग्री के पार रहा। तेज धूप व गर्म हवा लोगों को कुम्हला रहा है।

रविवार को देह जला देने वाली धूप का आलम यह रहा कि लोग घर से बाहर निकलने से परहेज किया। जिसका असर सड़क पर लोगों की आवाजाही कम देखा गया। गर्म हवा से लोगों को घर में भी राहत नहीं मिल रही थी। लोग पंखे की हवा में भी गर्मी से कुम्हला रहे थे। सुबह से ही तेज धूप निकली थी। शाम पांच बजे बाद भी तापमान में नरमी नहीं हो पाई थी। देर शाम भी गर्म हवा से लोगों को राहत नहीं मिली।

बता दें कि दो दिन पहले तक मौसम खुशनुमा हो गई थी। तीन दिनों तक गर्मी से लोगों को हद तक राहत महसूस हो रही थी। तेज हवा हल्की ठंडक का एहसास भी करा रही थी। पर, शनिवार से फिर से तेज धूप के साथ गर्म हवा लोगों को व्याकुल करने लगा है। जो रविवार को और अधिक महसूस किया गया।

गर्मी का ऐसा ही आलम रहा तो लोगों को घर में भी रहना भी मुश्किल होगा। धूप में बाहर निकलना लोगों को दुश्वार तो कर रही रखा है। तेज धूप में चलने वाली गर्म हवा लोगों को घर के अंदर पंखें की हवा में भी व्याकुल कर रही है। धूप में पैदल चलने वाले लोगों को खासे झुलसा रही है।

वहीं बाइक सवारों को भी गर्म हवा परेशान कर रही है। सुबह आठ बजे से ही तेज धूप लोगों को झुलसाना रही है। देर शाम तक गर्मी का असर अनुभव किया जा रहा है। जिसका असर लोगों के दैनिक कार्य पर भी पड़ रहा है। वहीं बाजार के कारोबार पर भी असर देखा जा रहा है।

जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा 30 अप्रैल को

खगड़िया जिले में आगामी 30 अप्रैल को छह केन्द्रों पर जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा होगी। इस सत्र में कक्षा छह में 40 सीट पर नामांकन के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा में 3253 परीक्षार्थी शामिल होंगे। जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य सुरन्द्र झा कहा कि परीक्षा दिन के 11 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक ली जाएगी। बताया गया कि जेएनकेटी केन्द्र पर 808 परीक्षार्थी शामिल होंगे। वहीं आर्य कन्या हाईस्कूल केन्द्र पर 634, एसएल डीएवी में 584, मवि हाजीपुर उत्तर में 335, एसआर इंटर स्कूल में 359, एसएल डीएवी बाजार शाखा में 533 परीक्षार्थी शामिल होंगे।

रविवार, 24 अप्रैल 2022

रेल पुलिस ने बरामद की 56 बोतल शराब, एक गिरफ्तार


विदेशी शराब के साथ एक तस्कर गिरफ्तार
रेल पुलिस ने ट्रेन से बरामद की शराब की बड़ी खेप
खगड़िया रेलवे स्टेशन पर वैशाली एक्सप्रेस ट्रेन से शनिवार की देर शाम भारी मात्रा में शराब के साथ तस्कर को उतारा गया। बरामद शराब 56 बोतल है, जिसकी कुल मात्रा 42 लीटर बताया जाता है। गिरफ्तार शराब तस्कर सहरसा जिले के बख्तियारपुर थाना के सैनी टोला वार्ड नम्बर 15 के पंकज साह के पुत्र आशीष कुमार बताया गया है। बताया जाता है कि एएलटीएफ सहरसा रेल अंचल प्रभारी ओमप्रकाश कुमार के नेतृत्व में शनिवार की देर शाम की गई जांच में ट्रेन से शराब की खेप बरामद की गई। साथ ही मौके से तस्कर को भी दबोच लिया गया। इधर खगड़िया जीआरपी थानाध्यक्ष सुमन कुमार प्रसाद ने बताया कि आगे की कार्रवाई की जा रही है।

रविवार, 17 अप्रैल 2022

गायत्री महायज्ञ स्थल सीढ़ी घाट में मंत्रोचार के साथ हुआ भूमिपूजन

सदर विधायक, एडीएम व गायत्री साधकों ने संयुक्त रूप से किया ध्वजारोहण
21 अप्रैल से गायत्री शक्ति पीठ में शुरू होगी चार दिवसीय महायज्ञ
23 अप्रैल शनिवार को यज्ञ स्थल पर डॉ चिन्मय जी करेंगे सम्बोधित
By Rajeev
 खगड़िया शहर के गायत्री शक्तिपीठ सीढ़ी घाट के प्रांगण में आगामी 21 अप्रैल से आयोजित होने वाली चार दिवसीय 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ सह सदगुरु सद्गग्रन्थ के यज्ञ स्थल का भूमिपूजन हुआ। शनिवार को मुख्य अतिथि सदर विधायक छत्रपति यादव एवं एडीएम शत्रुंजय मिश्रा सहित गायत्री साधकों ने संयुक्त रूप से ध्वजारोहण किया। यज्ञाचार्य डॉ.अमोद कुमार ने मुख्य ट्रस्टी डॉ विजयेन्द्र विधार्थी सहित 108 यजमानों से वेदी की पूजा अर्चना करवाई। इस दौरान उन्होंने कहा कि किसी भी यज्ञ की सफलता हेतु भूमि को मंत्रो से अभिसिंचित किया जाता है। अभिमंत्रित यज्ञ स्थल ही महायज्ञ के सम्पन्न्ता प्रदान करती है। कहा कि आगामी 21 अप्रैल गुरूवार को विशाल कलश शोभा यात्रा नगर में निकाली जाएगी। सभी महिलाओं और लड़कियों से पीली साड़ी एवं पुरुष पीला धोती कुर्ता में ही भाग लेने की बात कही गई। कई सालों बाद 21 अप्रैल से गायत्री महायज्ञ हो रही है। जिले में भक्तिमय माहौल होगी।

सोमवार, 4 अप्रैल 2022

खगड़िया जिले में स्कूलों को मिलने वाली करोड़ों राशि हो गई लैप्स

खगड़िया जिले के 1101 स्कूलों के लिए आई राशि राज्य को हो गई वापस, अब नहीं मिलेगी राशि
समग्र विद्यालय अनुदान मद की राशि से स्कूल रह गए वंचित, एकाउंट नहीं खुलने से लौटा आवंटन
सवाल स्कूल के हेडमास्टर या फिर शिक्षा अधिकारी में कौन हैं जिम्मेदार कौन करे तय 
  खगड़िया जिले के 1101 सरकारी स्कूलों को मिलने वाली समग्र विद्यालय अनुदान की राशि लैप्स हो गई। मामला बीते वित्तीय वर्ष 2021-22 में मिलने वाली अनुदान की है। दरअसल 31 मार्च 2021 तक जिले के 378 स्कूलों की अकाउंट एसबीआई बैंक में नहीं खुल पाई। जबकि गत साल अगस्त माह से ही खाता खुलवाने की प्रकिया हो रही थी। हालांकि इस बीच 723 स्कूलों का खाता खुला भी, पर इन स्कूलों के अकाउंट में भी अनुदान मद की राशि जिला स्तर से नहीं ट्रांसफर की गई। अब स्थानीय शिक्षा विभाग के अधिकारी कह रहे हैं कि शतप्रतिशत स्कूलों का खाता नहीं खुल सका, जिससे राशि नहीं भेजी गई। ये स्थिति भी एक सवाल बना है। सवाल है राज्य से स्कूलों के लिए जिले को मिली करोडों आवंटन लैप्स हो गई इसका जिम्मेदार कौन है, ये कौन तय करे। राशि बिना खर्च के वापस हो गई ये वित्तीय मामला में लापरवाही से जोड़कर देखा जा रहा है। क्या हेडमास्टर की गलती है या फिर शिक्षा अधिकारी की। थोड़ी देर के लिए ये मान भी ली जाय कि वित्तीय वर्ष के अंत तक अकाउंट नहीं खुलवाने में हेडमास्टर की लापरवाही है, पर जिस 723 स्कूल का खाता खुला था, उसकी राशि वापस क्यों और किस वजह से हुई? जब अगस्त 2021 से अकाउंट खुलवाने की प्रक्रिया शुरू थी तो फिर आठ माह तक अधिकारी इसके प्रति लापरवाह और बेखबर क्यों रहे। सवाल तो है... 
  समग्र विद्यालय अनुदान मिलती तो कई स्कूलों की बदहाल हालत कुछ तो दुरुस्त हो पाती।
  स्कूल में दैनिक उपयोग सहित अन्य मदों की खर्चा भी हेडमास्टर की जेब से गया।
  जिले के स्कूलों का गत वित्तीय साल का करोड़ों का आवंटन हो गया लैप्स
 अब इस चालू वित्तीय वर्ष की अनुदान आने का स्कूल को है आस।

बुधवार, 16 फ़रवरी 2022

खगड़िया जिले में चयनित छह शिक्षक अभ्यर्थियों के टीईटी सर्टिफिकेट मिले फर्जी


खगड़िया जिले में चयनित छह शिक्षक अभ्यर्थियों के टीईटी व एसटीईटी प्रमाणपत्र जांच में फर्जी पाए गए हैं। अब इन शिक्षक अभ्यर्थियों पर एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है। ऐसे मामले और सामने आने की बात कही जा रही है। मामला छठे चरण की प्रारंभिक शिक्षक नियोजन इकाईयों में कांउसिलिंग में चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों से जुड़ा है। 

  विभागीय सूत्रों की मानें तो सर्टिफिकेट जांच में बेलदौर प्रखंड नियोजन इकाई में चयनित अब्दुस अहमद अनुत्तीर्ण पाए गए हैं। वहीं तेलिहार पंचायत नियोजन इकाई में मिथुन कुमार, कुर्बन पंचायत में रेणु कुमारी व महद्दीपुर पंचायत में चयनित कुमारी जगरानी के टीईटी सर्टिफिकेट गलत पाए गए हैं। बेलदार प्रखंड के माली पंचायत में चयनित सुधा कुमारी की टीईटी व अम्बा इचरुआ पंचायत नियोजन इकाई में चयनित शिक्षक अभ्यर्थी रंजीत कुमार के सीटीईटी प्रमाणपत्र गलत मिले हैं।

   गौरतलब है कि छठे चरण अंतर्गत गत साल जुलाई से अब तक तीन राउंड में हुई विभिन्न प्रखंड और पंचायत नियोजन इकाईयों में विभिन्न कोटि के 554 अभ्यर्थियों का चयन नियुक्तिपत्र के लिए किया गया। जिसमें से छह अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट फर्जी पाए गए हैं। वहीं बिहार बोर्ड से जारी शैक्षणिक प्रमाणपत्र भी कई अभ्यर्थियों के गलत पाए जाने की बात कही जा रही है। इधर शिक्षा विभाग आगामी 23 फरवरी से पहले चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों को नियुक्तिपत्र वितरण करने की तैयारी कर रही है। 

  स्थापना डीपीओ, सुजीत कुमार राउत ने कहा कि जांच में प्रारंभिक शिक्षक के चयनित छह शिक्षक अभ्यर्थियों के टीईटी प्रमाणपत्र गलत पाए जाने पर उम्मीदवारी रद्द कर दी गई है। मामला दर्ज कराने के लिए नियोजन इकाईयों को लिखा जा रहा है। 

सोमवार, 7 फ़रवरी 2022

खगड़िया होकर दो रेल रुट बनने की आस

शुक्रवार, 21 जनवरी 2022

खगड़िया से मुंगेर जाने वाली ट्रेन हुई स्थगित

खगड़िया से जमालपुर मुंगेर जाने के लिए अगर ट्रेन से सफर करने वाले हैं तो रुकिए। पहले ट्रेन के बारे में पता कर लें। जी हां अगले छह दिनों तक यानि 28 जनवरी तक 03474/03473 जमालपुर-खगड़िया-जमालपुर मेमू ट्रेन 22 जनवरी से रद्द की गई है। एक और ट्रेन अगले 24 जनवरी से रद्द की गई है। 05509/05510 सहरसा-जमालपुर-सहरसा मेमू ट्रेन अगले 24 से 28 जनवरी तक नहीं चलेगी। राहत ये है कि 6:25 बजे शाम में खगड़िया से जमालपुर मुंगेर के लिए एक ट्रेन चलती रहेगी। दरअसल सोनपुर रेल मंडल ने अधिसूचना जारी कर बताया कि जमालपुर मुंगेर-रतनपुर रेलखंड के बीच दोहरीकरण का कार्य किया जा रहा है। जिसकारण इंटर लॉकिंग लगाया गया है।

रविवार, 16 जनवरी 2022

खगड़िया स्टेशन पर जल्द लगेगा लिफ्ट


खगड़िया | राजीव कुमार
● प्लेटफार्म एक से दो व तीन पर लिफ्ट

खगड़िया स्टेशन पर जल्द लगेगा लिफ्ट

● प्लेटफार्म एक से दो व तीन पर लिफ्ट से जाने की होगी सुविधा

● नवनिर्मित फुटओवर ब्रिज के साथ लगाए जाएंगे लिफ्ट

खगड़िया रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए जल्द ही लिफ्ट की सुविधा उपलब्ध होगी। अगले तीन माह में यात्रियों को लिफ्ट के सहारे एक से दूसरे प्लेटफार्म जाने की आस पूरी होगी। सबसे बड़ी राहत दिव्यांग, वृद्धजन व बीमार रेल यात्रियों को होगी। फुट ओवर ब्रिज के सहारे सीढ़ी चढ़कर एक से दूसरे प्लेटफार्म जाने में होने वाली परेशानी से राहत मिलेगी। लगभग एक करोड़ की लागत से दो लिफ्ट लगाया जाना है। जिसमें एजेंसी को तीन साल का मेन्टेनेंस भी करना है। बता दें कि स्टेशन पर नवनिर्मित फुटओवर के साथ लिफ्ट को लगाया जाना है। लिफ्ट लगाने के लिए बस इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट द्वारा फाउंडेशन व स्ट्रक्चर खड़ा करने का काम शुरू करना है। इसके बाद इलेक्ट्रिक डिपार्टमेंट एक माह में लिफ्ट को सेट कर रेल यात्रियों के लिए चालू कर दिया जाएगा।

सर्कुलेटिंग एरिया का होगा विस्तार: खगड़िया में रेलवे स्टेशन पर सर्कुलेटिंग एरिया का विस्तार भी किया जाना है। तकरीबन एक करोड़ की लागत से सर्कुलेटिंग एरिया का सौदर्यीकरण होगा। इसमें वर्तमान में वाहन पार्किंग को वहां से स्थानांतरित कर परिसर के पूर्वी भाग में शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए मिट्टी भराई का काम शुरू किया गया। इससे सर्कुलेटिंग एरिया का विस्तार होगा। साथ ही पार्क को भी विस्तार कर परिसर को और सुंदर रूप मिल सकेगा। यह सब आगामी छह से सात माह में पूरा कर लिए जाने की बात कही जा रही है।

 से जाने की होगी सुविधा
● नवनिर्मित फुटओवर ब्रिज के साथ लगाए जाएंगे लिफ्ट
खगड़िया रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए जल्द ही लिफ्ट की सुविधा उपलब्ध होगी। अगले तीन माह में यात्रियों को लिफ्ट के सहारे एक से दूसरे प्लेटफार्म जाने की आस पूरी होगी। सबसे बड़ी राहत दिव्यांग, वृद्धजन व बीमार रेल यात्रियों को होगी। फुट ओवर ब्रिज के सहारे सीढ़ी चढ़कर एक से दूसरे प्लेटफार्म जाने में होने वाली परेशानी से राहत मिलेगी। लगभग एक करोड़ की लागत से दो लिफ्ट लगाया जाना है। जिसमें एजेंसी को तीन साल का मेन्टेनेंस भी करना है। बता दें कि स्टेशन पर नवनिर्मित फुटओवर के साथ लिफ्ट को लगाया जाना है। लिफ्ट लगाने के लिए बस इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट द्वारा फाउंडेशन व स्ट्रक्चर खड़ा करने का काम शुरू करना है। इसके बाद इलेक्ट्रिक डिपार्टमेंट एक माह में लिफ्ट को सेट कर रेल यात्रियों के लिए चालू कर दिया जाएगा।
सर्कुलेटिंग एरिया का होगा विस्तार: खगड़िया में रेलवे स्टेशन पर सर्कुलेटिंग एरिया का विस्तार भी किया जाना है। तकरीबन एक करोड़ की लागत से सर्कुलेटिंग एरिया का सौदर्यीकरण होगा। इसमें वर्तमान में वाहन पार्किंग को वहां से स्थानांतरित कर परिसर के पूर्वी भाग में शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए मिट्टी भराई का काम शुरू किया गया। इससे सर्कुलेटिंग एरिया का विस्तार होगा। साथ ही पार्क को भी विस्तार कर परिसर को और सुंदर रूप मिल सकेगा। यह सब आगामी छह से सात माह में पूरा कर लिए जाने की बात कही जा रही है।