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सोमवार, 30 मई 2022

सातवें चरण की प्रारंभिक शिक्षक नियोजन की शुरू हुई तैयारी, अप्रैल में नोटिफिकेशन जारी होने की उम्मीद

खगड़िया में छठे चरण में 775 सीट से अधिक रह गए हैं सीट खाली, सातवें चरण में नए पद के साथ जुड़ेगी बची सीट

छठे चरण में प्रारम्भिक स्कूलों में 1320 पद में चयनित 554 अभ्यर्थियों को नियुक्त पत्र के लिए गया था बुलाया

खगड़िया से...

सूबे सहित खगड़िया जिले में सातवें चरण के प्रारंभिक शिक्षक नियुक्ति की तैयारी शुरू हो गई है। शिक्षा विभाग ने सभी जिले के डीईओ व स्थापना डीपीओ से रिक्त सीटों की जानकारी मांगी गई है। जिला स्तर पर रिक्तियों व रोस्टर तैयार करने का शिडयूल भी तय किए गए हैं। इस बार भी बड़ी संख्या में रिक्ति आने वाली है। जाहिर है कि जिले में ही छठे चरण की रिक्त बची 775 से अधिक सीट सातवें चरण की नियुक्ति में जुड़ जाएंगे। रिक्तियों की गणना करने का पत्र जारी होते हुए टीईटी व सीटीईटी पास अभ्यर्थियों में खुशी देखी जा रही है। छठे चरण की नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही सातवें चरण की बहाली की चर्चा होने लगी थी। इस बीच विलंब होता देख अभ्यर्थियों ने पटना में धरना व प्रदर्शन पर भी बैठे तब जाकर विभाग ने रिक्तियों की रिपोर्ट जिले से तलब पत्र जारी की। प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने गत 26 मई को पत्र जारी कर सभी डीईओ व डीपीओ स्थापना से 31 मार्च 2022 की स्थिति के अनुसार स्कूलवार व इकाईवार रिक्त पदों की गणना आगामी 30 जून तक करने को कहा है। साथ ही जिला स्तर पर रिक्त पदों के सापेक्ष रोस्टर बिंदु का क्लियरेंस आगामी 15 जुलाई तक पूरा करने को कहा है। वहीं नियोजन इकाईवार व कोटिवार रिक्त पदों को विभाग द्वारा तैयार किए जाने वाले पोर्टल पर आगामी 25 जुलाई तक अपलोड करना है। पत्र में साफ कहा गया है कि जुलाई माह के अंत तक विज्ञापन जारी किया जाएगा।

छठे चरण के शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया 2019 में हुई थी शुरू: छठे चरण की जिले में विभिन्न 101 नियोजन इकाईयों में विभिन्न विषय व कोटि के 1320 सीट पर बहाली के लिए साल 2019 में नियोजन की प्रक्रिया शुरू हुई थी। जिसके अंतर्गत जिले में तीन राउंड तक हुई काउंसिलिंग में विभिन्न नियोजन इकाईयों में 554 अभ्यर्थियों का चयन नियुक्ति पत्र के लिए किया गया था। जिसमें चयनित नौ शिक्षक अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट जांच में फर्जी पाया गया था। जिसमें इन अभ्यर्थियों के दावे को रद्द कर दिया गया। ऐसे में चयनित शेष 545 अभ्यर्थी बचे जिसे नियुक्ति पत्र के लिए बुलाया गया था। जिसमें से भी आधे दर्जन के करीब अभ्यर्थी नियुक्ति पत्र लेने नहीं पहुंचे थे। इधर बता दें कि नगर क्षेत्र में जुड़े जिले के विभिन्न 13 पंचायतों में नियोजन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है।

प्रखंड शिक्षक की बड़ी संख्या में सीट रिक्त: सातों प्रखंड नियोजन इकाईयों में बड़ी संख्या में सीट रिक्त रह गई। सदर प्रखंड में 115 रिक्त सीट के विरुद्ध महज 46 अभ्यर्थियों का चयन किया गया था। जिसमें से एक अभ्यर्थी ने अपना दावा बाद में वापस ले लिया था। इधर मानसी प्रखंड में 28 सीट पर 16 का ही चयन हो पाया था। वहीं चौथम में 130 सीट पर महज 48 का चयन हो पाया। जबकि गोगरी प्रखंड में 184 सीट पर 76 का चयन हो पाया था। बेलदौर में 104 रिक्ति पर महज 36 का चयन हुआ। इधर परबत्ता प्रखंड में 108 रिक्ति में महज 43 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था। इधर नगर शिक्षक के तीन पद खाली रह गए। जिसमें नगर परिषद में दो व नगर पंचायत गोगरी में एक सीट रिक्त रहे।

पंचायत नियोजन इकाईयों में शिक्षक के पद रहे रिक्त: जिले के कई पंचायत नियोजन इकाईयां अंतर्गत स्कूलों में भी शिक्षक के सीट रिक्त रह गए। सदर प्रखंड अंतर्गत 16 पंचायतों में नियोजन की प्रक्रिया हुई। जिसमें 86 रिक्त सीट पर महज 39 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था। वहीं अलौली प्रखंड अंतर्गत 19 पंचायतों में 91 रिक्त सीट पर महज 37 का चयन किया गया था। मानसी प्रखंड अंतर्गत चार पंचायतों में 28 सीट पर महज नौ का चयन हो पाया था। वहीं चौथम प्रखंड अंतर्गत 11 पंचायत नियोजन इकाईयों में 46 सीट में 23 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था। गोगरी प्रखंड अंतर्गत 14 पंचायत नियोजन इकाईयों में रिक्त 60 सीट में 30 सीट ही भर सका। बेलदौर के 13 पंचायतों में 93 सीट में 41 अभ्यर्थी चयनित हुए थे। परबत्ता अंतर्गत 16 पंचायत नियोजन इकाईयों में शिक्षक के 80 रिक्त सीट पर महज 37 का चयन हो पाया था। जिलेके विभिन्न 93 पंचायत नियोजन इकाईयों में काउंसिलिंग हुई थी।

शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों के भी पद रह गए रिक्त: जिले में शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशक के भी अधिकांश पद रिक्त रह गए। गत 28 मई को चार प्रखंड नियोजन इकाईयों अंतर्गत चयनित अभ्यर्थियों के बीच नियुक्ति पत्र बांटा गया था। गत 12 मई को हुई काउंसिलिंग में 32 अभ्यर्थियों का चयन किया गया था। जिसमें से अधिकांश अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र संस्थान के मान्यता नहीं रहने से रोक दिया गया। सदर प्रखंड में 11 में महज पांच को ही नियुक्तिपत्र बांटा गया। इधर बता दें कि अलौली, बेलदौर, मानसी, नगर परिषद व नगर पंचायत गोगरी नियोजन इकाईयों के अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग नहीं हो सकी है।

By. Rajeev

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