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शुक्रवार, 17 फ़रवरी 2023

खगड़िया कुशेश्वरस्थान रेल परियोजना आधे से अधिक भाग में काम अधूरा

खगड़िया-कुशेश्वर स्थान रेल परियोजना के बड़े भाग में काम अभी भी शुरू नहीं हो सका है। 24 साल में महज साढ़े 18 किलोमीटर तक ही ट्रैक बिछ पाया है। 44 किलोमीटर लंबी इस रेल परियोजना में खगड़िया से अलौली तक अब पहले पैसेंजर ट्रेनें चलाई जाने की तैयारी जरूर है। परियोजना के कच्छप गति से चलने का आलम यह है कि नौ बड़े पुलों में चार पुलों का निर्माण भी शुरू नहीं होने की बात कही जा रही है। हालांकि खगड़िया से कुशेश्वर स्थान के बीच बनने वाले सभी 54 छोटे पुल व पुलिया जरूर बन रहा है। वहीं रेलवे स्टेशन भवन भी तीन जगहों को छोड़कर तैयार नहीं हुआ है। यहां तक कि चेराखेरा में स्टेशन भवन बनने की तैयारी भी नहीं देखी जा रही है।

तीन स्टेशन भवन बनकर तैयार: महज विशनपुर, कामाथान व अलौली गढ़ में स्टेशन भवन बनकर पूरी तरह से तैयार है। अलौली गढ़ आउटर सिगनल के बाद परियोजना का काम वर्तमान में भी नहीं दिखता है। अलौली के बाद चेराखेरा व शहरबन्नी के बीच मिट्टी भराई भी नहीं की जा रही है। अलौली से चेराखेरा के बीच नदी पर बड़ा पुल बनना है जो नहीं पूरा हुआ है। पिछले साल तक चेराखेरा व शहरबन्नी में परियोजना के अंतर्गत जिन किसानों की जमीन गई थी उसे मुआवजा का भी मामला पड़ा था। इससे आगे कुशेश्वर स्थान तक तेज गति से काम नहीं दिख रहा है। ऐसे में यह परियोजना के अगले दस साल तक पूरा होने में समय लग सकता है। हालांकि जिस अनुसार आवंटन इस बार दिया गया है ऐसे ही आवंटन मिले तो इससे पहले भी परियोजना के पूरी होने की उम्मीद की जा सकती है।खगड़िया-कुशेश्वर स्थान रेल परियोजना के बड़े भाग में काम भी शुरू नहीं हुआ है। 44 किलोमीटर लंबी इस रेल परियोजना में महज साढ़े अठारह किलोमीटर तक ही रेलवे द्वारा ट्रैक बिछाया जा सका है। परियोजना के कच्छप गति से चलने का आलम यह है कि नौ बड़े पुलों में चार पुलों का निर्माण भी शुरू नहीं होने की बात कही जा रही है। हालांकि खगड़िया से कुशेश्वर स्थान के बीच बनने वाले सभी 54 छोटे पुल व पुलिया जरूर बन रहा है। वहीं रेलवे स्टेशन भवन भी तीन जगहों को छोड़कर तैयार नहीं हुआ है। यहां तक कि चेराखेरा में स्टेशन भवन बनने की तैयारी भी नहीं देखी जा रही है। 

  हालांकि जिस अनुसार आवंटन इस बार दिया गया है ऐसे ही आवंटन मिले तो इससे पहले भी परियोजना के पूरी होने की उम्मीद की जा सकती है।


इस बजट से 237 करोड़ राशि गई थी मांगी: परियोजना को गति से पूरा करने के लिए इस बजट में 237 करोड़ की राशि की जरुरत जताई गई थी। पर, मिला महज 65 करोड़ ही। बता दें कि 162 करोड़ की परियोजना में अब छह सौ करोड़ से अधिक की लागत आ रही है। ऐसे में अब तक जितने आवंटन मिले हैं उसके बाद करीब दो सौ करोड़ की राशि मिलनी है। यह राशि अगले वित्तीय साल में एक साथ मिल जाने पर परियोजना में गति आ सकती है। जिससे लोगों को जल्द इस रूट में ट्रेन से आने व जाने का सपना साकार हो सकेगा।

● परियोजना में महज साढ़े 18 किलोमीटर तक ही बिछा ट्रैक

● इस बजट से 237 करोड़ की मांगी गई थी राशि, मिली महज 65 करोड़

मंगलवार, 29 नवंबर 2022

बिहार के बरौनी स्टेशन होकर ट्रेन से सफर करने वाले हैं, तो रुकिए। 2 दिसम्बर से कई ट्रेनें रद्द और रूट बदलकर चलेगी

सोनपुर मंडल के बरौनी में एनआई कार्य को लेकर ट्रेनों के परिचालन पर 2 से 8 दिसम्बर तक पड़ेगा असर
  सोनपुर रेल मंडल के बरौनी स्टेशन होकर गुजरने वाली ट्रेनों के परिचालन पर अगले 2 दिसम्बर से प्रभाव पड़ने वाली है। खगड़िया रेलखण्ड के कई ट्रेनों के परिचालन आगामी दो दिसम्बर से स्थगित रहने वाली है। दरअसल सोनपुर मंडल के बरौनी स्टेशन पर 2 दिसम्बर से आगामी आठ दिसम्ब तक प्री-एनआई/एनआई कार्य किया जाना है। इस कारण इस रूट से गुजरने वाली कई ट्रेनों का परिचालन रद्द किया गया है। साथ ही कई के रूट बदले गए। कई के परिचालन के समय में देरी होगी। 
    खगड़िया रेलखण्ड पर कई महत्वपूर्ण ट्रेनें रहेगी रद्द: जानकारी के अनुसार 15713 कटिहार-पटना एक्सप्रेस 06.12.22 से 08.12.22 तक, 15714 पटना-कटिहार एक्सप्रेस 06.12.22 से 08.12.22 तक, 13227 सहरसा-राजेन्द्रनगर एक्सप्रेस 06.12.22 से 08.12.22 तक, 13228 राजेन्द्रनगर-सहरसा एक्सप्रेस 06.12.22 से 08.12.22 तक, 13205 सहरसा-पाटलिपुत्र स्पेशल 05.12.22 से 06.12.22 तक, 13206 पाटलिपुत्र-सहरसा स्पेशल 06.12.22 से07.12.22 तक, 18626 हटिया-पूर्णिया कोर्ट एक्सप्रेस 05.12.22 से 08.12.22 तक, 18625 पूर्णिया कोर्ट-हटिया एक्सप्रेस 06.12.22 से 09.12.22 तक, 15527 जयनगर-पटना एक्सप्रेस 06.12.22 से 08.12.22 तक, 15528 पटना-जयनगर एक्सप्रेस 06.12.22 से 08.12.22 तक, 12567 सहरसा-पटना एक्सप्रेस 06.12.22 से 08.12.22 तक, 12568 पटना-सहरसा एक्सप्रेस ट्रेन 06.12.22 से 08.12.22 तक रद्द रहेगी। वहीं 15231 बरौनी-गोंदिया एक्सप्रेस- 03.12.22 से 08.12.22 तक, 15232 गोंदिया-बरौनी एक्सप्रेस 04.12.22 से 09.12.22 तक, 15553 भागलपुर-जयनगर एक्सप्रेस 06.12.22 से 08.12.22 तक व 15554 जयनगर-भागलपुर एक्सप्रेस 05.12.22 से 07.12.22 तक स्थगित रहेगी।
 पैसेंजर ट्रेनें भी रहेगी स्थगित: सोनपुर रेलवे ने 05233/34 बरौनी-समस्तीपुर-बरौनी डेमू स्पेशल ट्रेेेन 06.12.22 से 08.12.22 तक,  05235/36 बरौनी-सोनपुर-बरौनी डेमू स्पेशल 06.12.22 से 08.12.22 तक, 03315 कटिहार-समस्तीपुर मेमू स्पेशल
 06.12.22 से 09.12.22 तक, 03316 समस्तीपुर-कटिहार मेमू स्पेशल 06.12.22 से 08.12.22 तक, 05249 कटिहार-बरौनी मेमू स्पेशल 06.12.22 से 08.12.22 तक, 05250 बरौनी-कटिहार मेमू स्पेशल 06.12.22 से 09.12.22 तक, 05501 बरौनी-समस्तीपुर मेमू स्पेशल 06.12.22 से 08.12.22 तक, 05502 समस्तीपुर-बरौनी मेमू स्पेशल 05.12.22 से 08.12.22 तक, 03380 पटना-बरौनी मेमू स्पेशल 05.12.22 से 07.12.22 तक, 03379 बरौनी-पटना मेमू स्पेशल 07.12.22 से 09.12.22 तक, 03296 पाटलिपुत्र-बरौनी मेमू स्पेशल 05.12.22 से 07.12.22 तक, 03295 बरौनी-पाटलिपुत्र मेमू स्पेशल 06.12.22 से 08.12.22 तक, 03218 दानापुर-बरौनी मेमू स्पेशल 06.12.22 से 08.12.22 तक, 03217 बरौनी-दानापुर मेमू स्पेशल 07.12.22 से 09.12.22 तक पूरी तरह से स्थगित रहेगी।
  मार्ग बदलकर चलेगी कई ट्रेनें: जानकारी के अनुसार 06.12.22 से 08.12.22 तक सहरसा से खुलने वाली 12553 सहरसा-नई दिल्ली वैशाली एक्सप्रेस वाया खगड़िया-नरहन-समस्तीपुर-मुजफ्फरपुर होकर चलायी जायेगी। वहीं 06.12.22 एवं 07.12.22 को राजेन्द्रनगर एवं कामाख्या से खुलने वाली 13248/13247 राजेन्द्रनगर-कामाख्या-राजेन्द्रनगर कैपिटल एक्सप्रेस किउल-जमालपुर-मुंगेर-सब्दलपुर-खगड़िया के रास्ते चलायी जायेगी। 06.12.22 से 08.12.22 तक सियालदह एवं बरौनी से खुलने वाली 13105/13106 सियालदह-बलिया-सियालदह एक्सप्रेस मोकामा-पटना-पाटिलपुत्र-छपरा के रास्ते चलायी जायेगी। 05.12.22 से 07.12.22 तक डिब्रूगढ़ से खुलने वाली 15909 डिब्रूगढ़-लालगढ़ अवध असम एक्सप्रेस वाया खगड़िया-नरहन-समस्तीपुर-मुजफ्फरपुर के रास्ते चलायी जायेगी। जबकि 04.12.22 एवं 05.12.22 को खुलने वाली 15910 लालगढ़-डिब्रूगढ़ अवध आसाम एक्सप्रेस मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर-नरहन-खगड़िया के रास्ते चलायी जायेगी। इधर 05.12.22 से 07.12.22 तक जोगबनी से खुलने वाली 12487 जोगबनी-आनंद विहार सीमांचल एक्सप्रेस वाया खगड़िया-नरहन-समस्तीपुर-मुजफ्फरपुर -हाजीपुर-पाटलिपुत्र के रास्ते चलायी जायेगी। 05.12.22 से 07.12.22 तक आनंद विहार से खुलने वाली 12488 आनंद विहार-जोगबनी सीमांचल एक्सप्रेस वाया पाटलिपुत्र-हाजीपुर-मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर-नरहन-खगड़िया के रास्ते चलायी जायेगी। 05.12.22 से 07.12.22 तक कटिहार से खुलने वाली 15707 कटिहार-अमृतसर एक्सप्रेस वाया खगड़िया-नरहन-समस्तीपुर के रास्ते चलायी जायेगी। 05.12.22 से 07.12.22 तक अमृतसर से खुलने वाली 15708 अमृतसर-कटिहार एक्सप्रेस वाया समस्तीपुर-नरहन-खगड़िया के रास्ते चलायी जायेगी। 05.12.22 से 07.12.22 तक दिल्ली एवं अलीपुरद्वार से खुलने वाली 15484/15483 दिल्ली-अलीपुरद्वार-दिल्ली महानंदा एक्सप्रेस पटना-मोकामा-किउल- मालदा टाउन-कुमेदपुर-किशनगंज के रास्ते चलायी जायेगी। 05.12.22 को सिलचर से खुलने वाली 14037 सिलचर-नई दिल्ली पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस मालदा टाउन-किउल-मोकामा-पटना-दानापुर के रास्ते चलायी जायेगी।
05.12.22 को फिरोजपुर से खुलने वाली 14620 फिरोजपुर-अगरतला त्रिपुर सुंदरी एक्सप्रेस पटना-किउल-मालदा टाउन के रास्ते चलायी जायेगी। 05.12.22 को बाड़मेर खुलने वाली 15631 बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस किउल-जमालपुर-मुंगेर-सब्दलपुर-खगड़िया के रास्ते चलायी जायेगी। 06.12.22 को कटिहार खुलने वाली 28182 कटिहार-टाटा एक्सप्रेस खगड़िया-सब्दलपुर-मुंगेर-जमालपुर-किउल के रास्ते चलायी जायेगी। 05.12.22 को डिब्रूगढ़ खुलने वाली 13281 डिब्रूगढ़-राजेन्द्रनगर एक्सप्रेस खगड़िया-मुंगेर-किउल के रास्ते चलायी जायेगी। 06.12.22 को सहरसा खुलने वाली 22914 सहरसा-बांद्रा टर्मिनस हमसफर एक्सप्रेस खगड़िया-मुंगेर-किउल के रास्ते चलायी जायेगी। 06.12.22 को नाहरलगुन से खुलने वाली गाड़ी सं. 22411 नाहरलगुन आनंद विहार अरूणाचल एक्सप्रेस वाया खगड़िया-नरहन-समस्तीपुर- मुजफ्फरपुर-हाजीपुर के रास्ते चलायी जायेगी। 07.12.22 को सहरसा से खुलने वाली गाड़ी सं. 15529 सहरसा-आनंद विहार जनसाधारण एक्सप्रेस वाया खगड़िया-नरहन-समस्तीपुर- मुजफ्फरपुर के रास्ते चलायी जायेगी।
साथ ही 07.12.22 को गुवाहाटी से खुलने वाली गाड़ी सं. 22449 गुवाहाटी-नई दिल्ली पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस वाया किशनगंज-कुमेदपुर-मालदा टाउन-किउल-मोकामा -पटना-दानापुर के रास्ते चलायी जायेगी। 06.12.22 को भगत की कोठी से खुलने वाली 15623 भगत की कोठी-कामाख्या एक्सप्रेस किउल-जमालपुर-मुंगेर-सब्दलपुर-खगड़िया के रास्ते चलायी जायेगी। 07.12.22 को बीकानेर खुलने वाली गाड़ी सं. 15633 बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस किउल-जमालपुर-खगड़िया के रास्ते चलायी जायेगी। 07.12.22 को टाटा खुलने वाली 28181 टाटा-कटिहार एक्सप्रेस किउल-जमालपुर-खगड़िया के रास्ते चलायी जायेगी। 07.12.22 को लोकमान्य तिलक टर्मिनल खुलने वाली 15645 लोकमान्य तिलक-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस किउल-जमालपुर-खगड़िया के रास्ते चलायी जायेगी। 07.12.22 को कामाख्या खुलने वाली 15668 कामाख्या-गांधीधाम एक्सप्रेस खगड़िया-मुंगेर-किउल के रास्ते चलायी जायेगी। 07.12.22 को डिब्रूगढ़ खुलने वाली 15646 डिब्रूगढ़-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस खगड़िया-मुंगेर-किउल के रास्ते चलायी जायेगी।
आंशिक समापन/प्रारंभ कर चलायी जाएगी ट्रेने: 06.12.22 एवं 07.12.22 को ग्वालियर से खुलने वाली 11123 ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस का आंशिक समापन छपरा में किया जायेगा। 07.12.22 एवं 08.12.22 को बरौनी से खुलने वाली 11124 बरौनी-ग्वालियर एक्सप्रेस का आंशिक प्रारंभ छपरा से किया जायेगा। 03.12.22 से 08.12.22 तक 03284 पटना-बरौनी मेमू स्पेशल का आंशिक समापन विद्यापतिधाम में किया जायेगा। यहीं से यह 03283 बरौनी-पटना मेमू बनकर खुलेगी।
 03.12.22 से 05.12.22 तक बांद्रा टर्मिनस से खुलने वाली 19037 बांद्रा-बरौनी अवध एक्सप्रेस का आंशिक समापन मुजफ्फरपुर में किया जायेगा। 06.12.22 से 08.12.22 तक बरौनी से खुलने वाली 19038 बरौनी-बांद्रा अवध एक्सप्रेस का आंशिक प्रारंभ मुजफ्फरपुर से किया जायेगा। 04.12.22 से 06.12.22 तक अहमदाबाद से खुलने वाली 19483 अहमदाबाद-बरौनी एक्सप्रेस का आंशिक समापन दानापुर में किया जायेगा। 06.12.22 से 08.12.22 तक बरौनी से खुलने वाली 19484 बरौनी-अहमदाबाद एक्सप्रेस का आंशिक प्रारंभ दानापुर से किया जायेगा।
 देरी से चलाई जाएगी ट्रेनें: 03.12.22 एवं 05.12.22  को 05263 कटिहार-समस्तीपुर मेमू स्पेशल कटिहार से 
120 मिनट देरी से खुलेगी। 02.12.22 एवं 04.12.22 को 15909 डिब्रूगढ़-लालगढ़ अवध आसाम एक्सप्रेस डिब्रूगढ़ से 75 मिनट की देरी से खुलेगी। 03.12.22 एवं 05.12.22 को 12568 पटना-सहरसा राज्यरानी एक्सप्रेस पटना से 60 मिनट की देरी से खुलेगी। 03.12.22 एवं 05.12.22 को 03367 कटिहार-सोनपुर मेमू स्पेशल कटिहार से 240 मिनट की देरी से खुलेगी। 03.12.22 को गांधीधाम से खुलने वाली 15667 गांधीधाम-कामाख्या एक्सप्रेस गांधीधाम से 120 मिनट की देरी से खुलेगी।
नियंत्रित कर चलायी जाएगी। 02.12.22 एवं 04.12.22 को पटना से खुलने वाली 12568 पटना-सहरसा राज्यरानी एक्सप्रेस को मोकामा और दिनकर ग्राम सिमरिया के बीच 60 मिनट नियंत्रित कर चलायी जायेगी। 05.12.22 को बलिया से खुलने वाली 13106 बलिया-सियालदह एक्सप्रेस को छपरा और बरौनी के बीच 90 मिनट नियंत्रित कर चलायी जायेगी। 02.12.22 को मैसूर से खुलने वाली 12578 मैसूर-दरभंगा बागमती एक्सप्रेस को पटना और दिनकरग्राम सिमरिया के बीच 120 मिनट नियंत्रित कर चलायी जायेगी। 04.12.22 को उधना से खुलने वाली 22564 उधना-जयनगर अंत्योदय एक्सप्रेस को पटना और दिनकरग्राम सिमरिया के बीच 150 मिनट नियंत्रित कर चलायी जायेगी। 02.12.22 को ओखा से खुलने वाली 15635 ओखा-गुवाहाटी एक्सप्रेस को पटना और दिनकरग्राम सिमरिया के बीच 90 मिनट नियंत्रित कर चलायी जायेगी।
सूत्र: सोनपुर रेल मंडल
By: R@jeev

शुक्रवार, 25 नवंबर 2022

शराबबंदी कानून के बीच मिल रहे अवैध शराब, पकड़े जा रहे तस्कर और पीयक्कर

खगड़िया जिले में साढ़े छह साल में शराब मामले में सात हजार से अधिक धड़े गए लोग 
उत्पाद व जिला पुलिस ने बरामद की डेढ़ लाख लीटर देशी व विदेशी शराब 
संसोधित प्रावधानों में सात माह में दो हजार 60 शाराबियों से 34 लाख से अधिक वसूला जुर्माना
गिरफ्तार 54 शराबियों व कारोबारियों को कोर्ट से हो चुकी है सजा 
  खगड़िया जिले में शराबबंदी कानून के बीच अबतक सात हजार से अधिक लोग गिरफ्तार किए गए हैं। यहीं नहीं पुलिस ने डेढ़ लाख लीटर से अधिक अवैध शराब भी बरामद की है। शराब बेचने व पीने में पकड़े गए लोगों में अबतक 54 आरोपितों को कोर्ट से सजा भी हुई है। जिसमें गत अक्टूबर माह में चार शराबियों को एक-एक साल की सजा हुई है। शराबबंदी कानून के साढ़े साल की बरामदगी व गिरफ्तारी की आंकड़े पर नजर डाले तो कुल पांच हजार 395 अभियोग दर्ज हुए। जिसमें सात हजार 32 शराबी व कारोबारी पकड़े गए। अबतक एक लाख 56 हजार 423.665 लीटर देशी व विदेशी शराब बरामद किए गए हैं। जिसमें 34398.485 लीटर देशी व 122025.18 लीटर विदेशी शराब जब्त किए गए। यहां तक कि शराब कारोबार में संलिप्त 554 छोटे व बड़े वाहन जब्त किए गए हैं। यह सफलता जिले के विभिन्न 64369 जगहों पर छापेमारी व कार्रवाई में मिली है। यह आंकड़े पहली अप्रैल 2016 से 20 नवम्बर 22 तक जिला पुलिस व उत्पाद पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के हैं। रेल पुलिस की आंकड़े जोड़ दिया जाय तो यह संख्या और बढ़ जाएंगे। शराबबंदी कानून लागू के साढ़े छह साल के बीच अवैध शराब के कारोबार को रोकने के लिए कई सख्त कदम भी उठे। विशेष छापेमारी अभियान से लेकर जागरूकता अभियान चल रहे। यहां तक कि शराब भट्टी की उदभेदन के लिए ड्रोन कैमरे भी उड़ाए गए। जिले में पांच एन्टी लिकर टास्क टीम भी गठित है। पर, शराब के अवैध कारोबार थम नहीं रही है। शराबंदी कानून की जमीनी स्तर पर लागू का आलम यह है कि दिनों दिन कारोबारी, शराबी व शराब बरामदगी की आंकड़े बढ़ रहे हैं।
  2021 तक 3792 गए थे लोग पकड़े: गत साल अक्टूबर तक 3792 शराबी व कारोबारी पकड़े गए थे। एक साल बाद यह आंकड़े बढ़कर सात हजार के पार कर गई है। शराबबंदी के बाद से साल 2018 के अक्टूबर तक करीब 1482 कारोबारी व शराबियों को गिरफ्तार किया गया था। पहली अप्रैल 2016 से 2018 के दो नवम्बर तक उत्पाद पुलिस व जिला पुलिस ने 1482 कारोबारियों व शराबियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। तब उत्पाद पुलिस व जिला पुलिस ने 13659.51 लीटर विदेशी शराब जब्त की थी। जबकि 982.5 लीटर अवैध चुलाई शराब, 3489.43 लीटर देशी शराब, 293.25 लीटर मशालेदार देशी शराब 1646.4 लीटर बीयर जब्त हुआ था। 
  नए संसोधित प्रावधानों में 2060 शराबी जुर्माना भरकर छुटे: बिहार मद्य निषेध और उत्पाद (संसोधित) अधिनियम 2022 के तहत करीब सात माह में गिरफ्तार 2060 शराबी जुर्माना की राशि भरकर कोर्ट से ही छुटे हैं। जिससे विभाग को 34 लाख 39 हजार 150 रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। वहीं जुर्माना के बाद मुक्त किए गए 27 वाहनों के एवज में 45 लाख 77 हजार 150 की राशि प्राप्त हुई है। शराबबंदी के बाद से जगह अधिहरण व नीलामी से विभाग को एक करोड़ 91 लाख 52 हजार 648 की राशि प्राप्त होने की बात कही जा रही है।
  शराबबंदी कानून में हो चुकी है कई संसोधन पहली अप्रैल 2016 को शराबबंदी कानून लागू हुई थी। इसके बाद अबतक कई बार कानून में संसोधन किया जा चुका है। इस साल अप्रैल माह में नियमावली में संसोधन किया गया था। जिसमें शराब पीने सहित वाहन जब्त व मकान व प्रतिष्ठान जब्ती नियम में व्यापक संसोधन की गई। जिसमें शराब पीने में पकड़े जाने पर जुर्माना का प्रावधान किया गया था। बताया जाता है कि सबसे पहले अक्टूबर 2016 में कानून में संसोधन किया गया था। इसके बाद 2018 में भी शराबंदी कानून में संसोधन की गई थी। अब गत अप्रैल 2022 में बड़ा संसोधन किया गया। इधर हाल में शराब पीने में पकड़े जाने वाले के घरों में नोटिस चस्पा कर दूबारा शराब पीने पर पकड़े जाने पर एक साल की सजा होने की इकतला दी गई।   उत्पाद अधीक्षक की मानें तो लगातार कार्रवाई की जा रही है। विशेष अभियान चलाकर भी कारोबारी, शराबी व शराब बरामद किए जा रहे हैं। लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। 
By: R@jeev

बुधवार, 26 अक्टूबर 2022

त्योहार: अक्टूबर माह की वेतन एडवांस देने का आदेश, पर नहीं खुल रहा एचआरएमएस पोर्टल, वेतन अटका

खगड़िया जिले में शिक्षा विभाग के कर्मियों व शिक्षकों को छठ पर्व पर वेतन मिलने की उम्मीद नहीं रही है। विभाग की एचआरएमएस पोर्टल खुल ही नहीं रहा है। ये हाल तब है जब सरकार ने त्योहार पर अक्टूबर माह की वेतन भुगतान एडवांस में देने का आदेश दे रखा है। पोर्टल बीते कई दिनों से खुल नहीं रहा है, जिससे बिल विपत्र ऑनलाइन नहीं की जा पा रही है। ऐसे में कर्मी और शिक्षक ठगे महसूस कर रहे हैं। इससे पहले दिवाली पर भी किसी को वेतन नहीं मिल सका। अब छठ पर्व पर भी वेतन नहीं ही मिल पायेगा। 
   एक पखवारा पहले ही अक्टूबर माह की एडवांस वेतन देने की आदेश जारी तो कर दी गई है। पर, वेतन भुगतान त्योहार पर वेतन भुगतान में पेंच लगा रहा गया। इधर एसएसए मद की आवंटन स्थापना को नहीं मिला है। जीओबी मद की आवंटन है फिर भी वेतन नहीं मिल पाएगा। जाहिर है कि एचआरएमएस पोर्टल नहीं खुल रहा है। जिससे जीओबी मद के शिक्षकों की अक्टूबर माह की वेतन के लिए तैयार बिल विपत्र पोर्टल पर ऑनलाइन नहीं हो रही है। 26 अक्टूबर को भी पोर्टल नहीं खुला। खगड़िया सहित अन्य जिले की भी यही हाल बताया जा रहा है। यह समस्या बिते कई दिनों से बनी है। पर, राज्य स्तर पर समाधान नहीं किया जा सका। कहा जाता है कि एडवांस वेतन की आदेश तो दे दी गई। पर, वेतन देने के लिए राशि विभाग के संबंधित अकाउंट में नहीं है? जिससे पोर्टल को लॉक कर रखा गया हो ऐसे में ये सवाल भी तो है।
    इधर बताया गया कि पीएमएस पोर्टल के माध्यम से जिन शिक्षकों को वेतन मिलता है उन्हें वेतन मिलने की आसान जरूर हैं। इस माध्यम से नियोजित शिक्षकों को वेतन भुगतान होता है। पर, अबतक एसएसए मद की आवंटन नहीं मिला है। हालांकि माध्यमिक व प्लस टू स्कूल के नियोजित वि मदरसा के शिक्षकों की बिल विपत्र ट्रेजरी जरूर भेजे जाने की बात कही गई। इधर बता दें कि 27 अक्टूबर को शिक्षा कार्यालय में अवकाश है। इसके बाद महज 28 व 29 अक्टूबर को ही कार्यालय व बैंक खुले रहेंगे। जबकि चार दिवसीय छठ पर्व 28 अक्टूबर से नहाय खाय से शुरू हो रही है। ऐसे में अबतक वेतन नहीं मिलने से पर्व की खरीदारी के लिए शिक्षक परेशान देखे जा रहे हैं।

शुक्रवार, 21 अक्टूबर 2022

दीपावली पर शिक्षकों को वेतन की आस पर फिरा पानी, छठ पर्व पर वेतन की आसार भी दिख रहे कम

अक्टूबर माह की एडवांस वेतन देने की है आदेश, एसएसए मद के शिक्षकों के वेतन का आवंटन नहीं माध्यमिक स्कूलों के नियोजित शिक्षकों की आवंटन रहते नहीं मिलेगा वेतन 
दीपावली व छठ पर्व के बीच कई दिन बैंक भी रहेंगे बंद      खगड़िया जिले में दीपावली पर शिक्षकों को वेतन मिलने की उम्मीद पर पानी फिर गया। जिले के करीब छह हजार शिक्षकों को दीपावली पर वेतन मिलने की उम्मीद रह गई। जीओबी मद से वेतन पाने वाले शिक्षकों के लिए आवंटन रहते हुए भी वेतन नहीं मिल पाएगा। हाईस्कूल, प्लस टू शिक्षक सहित पुस्तकालय अध्यक्ष का भी आवंटन है। पर, वेतन दीपावली पर मिलने की उम्मीद की आसार नहीं रहे। एसएसए मद के नियमित व नियोजित शिक्षकों के लिए तो आवंटन ही नहीं है। जबकि बिहार सरकार ने दीपावली व छठ पर्व पर अक्टूबर माह की वेतन एडवांस में देने के आदेश दे रखा है। जीओबी मद के नियमित शिक्षकों की वेतन भुगतान भी नहीं हो रही है। एसएसए मद के शिक्षकों को सितम्बर व अक्टूबर माह की वेतन की आस है, पर आवंटन ही नहीं आया है। माध्यमिक व प्लस टू स्कूलों के शिक्षकों के वेतन भुगतान की भी प्रक्रिया आवंटन रहते पूरी नहीं हुई। नियोजित शिक्षकों के बिल विपत्र व चेक पर स्थापना डीपीओ की हस्ताक्षर होते होने की बात कही जाती है। पर, वे अवकाश पर हैं। वहीं छह सौ से अधिक शिक्षा सेवकों को भी दीपावली पर मानदेय नहीं मिल रहा है। अब छठ पर्व पर वेतन मिलने की उम्मीद टिकी है। इस बीच कई दिन बैंक भी बंद रहेंगे। ऐसे में शिक्षकों को चिंता भी सता रही है। 
  दुर्गा पूजा पर एसएसए शिक्षकों को सितम्बर का नहीं मिला था वेतन: एसएसए मद से वेतन पाने वाले शिक्षकों को वेतन के लिए लम्बा इंतजार करना पड़ रहा है। आवंटन का अभाव बराबर रह रही है। दुर्गा पूजा से पहले एसएसए के शिक्षकों को सितम्बर माह का वेतन आवंटन नहीं रहने के कारण ही नहीं मिला। जबकि सितम्बर माह की एडवांस भुगतान का आदेश दे रखा गया था। यहीं हाल अब दीपावली व छठ पर्व भी सामने है। एडवांस भुगतान का आदेश तो दे दिया गया। पर, एसएसए का आवंटन ही नहीं दिया गया। जिससे शिक्षक ठगे महसूस कर रहे हैं।
  एडवांस वेतन के आदेश के बीच भी वेतन में फंसा पेंच: दीपावली व छठ त्योहार को देखते हुए शिक्षकों को अक्टूबर माह की वेतन भुगतान एडवांस में करने का आदेश तीन चार दिन पहले सरकार ने दे रखा है। जिसमें 20 अक्टूबर के बाद अक्टूबर माह की वेतन भुगतान करने का साफ निर्देश है। पर, वेतन मिलने की उम्मीद कम ही है। विभागीय सूत्र की मानें तो स्थापना डीपीओ 25 अक्टूबर तक अवकाश पर गए हैं। ऐसे में खासकर माध्यमिक व प्लस टू स्कूल के नियोजित शिक्षकों के वेतन भुगतान आवंटन रहते हुए भी दीपावली पर नहीं हो पाएगा। हालांकि जीओबी मद के शिक्षकों की वेतन भुगतान पर प्रभाव नहीं पड़ने की बात कही जा रही है। एसएसए डीपीओ एसएसए मद से वेतन पाने वाले शिक्षकों के लिए आवंटन नहीं है। एक दो दिनों में आवंटन आने की उम्मीद है।

स्कूली बच्चों ने डीएम से मांगी खेल सामग्री, डीएम ने की 24 घंटे में मांग पूरी

खेल सामान मिलते ही बच्चे स्कूल परिसर में लगे खेलने व कंूदने 
    खगड़िया जिले के डीएम डा. आलोक रंजन घोष की स्कूली बच्चों की डिमांड महज 24 घंटे में पूरी करने की पहल की खूब सराहना हो रही है। जी हां डीएम ने अपनी निजी कोष से गोगरी प्रखंड के मिडिल स्कूल उसरी के छात्र व छात्राओं के लिए शुक्रवार को खेल सामग्री जो उपलब्ध कराया है। ये महज एक पहल नहीं, डीएम की सरकारी स्कूलों के बच्चों की व्यथा को समझने की नजर से भी देख सकते हैं। महज एक दिन बाद ही डीएम से मिले खेल सामान देखकर बच्चे ख़ुशी से झूम उठे। लगे हांथों बच्चे परिसर में बैडमिंटन लेकर खेलने उतर गए। दरअसल एक दिन पहले 20 अक्टूबर यानि गुरुवार को अभिभावक व शिक्षक गोष्ठी में उक्त स्कूल पहुंचे डीएम से बच्चों ने खेल सामग्री की मांग रखी थी। छात्रा अर्चना, सुमन, रीना आदि बच्चों ने डीएम से खेल सामग्री की डिमांड की थी, जिस पर डीएम ने तत्काल साकरात्मक पहल करते हुए खुद की जेब से बच्चों के लिए कैरम बोर्ड, बैडमिंटन, स्कीपिंग, फुटबॉल, लूडो, बैट व बॉल सहित अन्य खेल सामग्री उपलब्ध कराई। जिससे बच्चे स्कूल में पढ़ाई के साथ ही खेल गतिविधि करने की आस पूरी हो। डीएम की इस पहल से अन्य अधिकारी भी स्कूली बच्चों के लिए ऐसे जरूरी साधन की व्यवस्था करने में आगे आने को प्रेरित हो सकेंगे। खेल सामग्री उपलब्ध कराने के बाद एसएसए संभाग प्रभारी त्रिभुवन कुमार ने बच्चों के साथ खेल गतिविधि में भी हिस्सा लिया। स्कूल के एचएम, शिक्षक व बच्चों ने डीएम के प्रति आभार व्यक्त किया।

सोमवार, 10 अक्टूबर 2022

...और वो आती जाती खत

   शायद आज भी अपनों के बीच इतनी फासले न होती वो एक खत के आते रहना होता तो...आज भी आपको  अपनों के खैर मकदम लेकर आती खत की याद जरूर आती होगी। आएगी भी क्यों नहीं मीलों दूर के बीच तब एक खत ही तो जोड़े रखने का जरिया हुआ करती थी। वो एक खत के मिलने और भेजने का एहसास भले ही न रही। पर, गुजरे समय के साथ वो आज भी बिसर नहीं सकी। वो खत आना जाना क्या बंद हुआ तो हम अपनों से एहसास रूप से दूर भी होते चले...आज ये तेज होती रफ्तार भी कहां खड़ी कर दी। जब अपनों तक संदेश पहुँचने डाकिया जरिया हुआ करते थे। आज डाकिया है। पर, वो खत अब नहीं आते। तब खत का इंतजार भी अपनों के कितने करीब रखा करती थी। आज वो बात कहाँ जब डाकिये की आवाज पर हर कोई अपनों की संदेश भरी खत आने की उम्मीद लिए दौड़ पड़ते थे। अब तो अपनों से मुँह फेर लेने की अदा खूब भाने लगी। अब तो नजदीकियां भी दूरी बढ़ाने लगी है। खत की जाती दौर कि यादें आज भी हमें रोमांचित करती है
...सदी बिता जाने पर भी खत की वो मजमु बिसराये नहीं जा रहे हैं।
By:R@jeev