खगड़िया-कुशेश्वर स्थान रेल परियोजना के बड़े भाग में काम अभी भी शुरू नहीं हो सका है। 24 साल में महज साढ़े 18 किलोमीटर तक ही ट्रैक बिछ पाया है। 44 किलोमीटर लंबी इस रेल परियोजना में खगड़िया से अलौली तक अब पहले पैसेंजर ट्रेनें चलाई जाने की तैयारी जरूर है। परियोजना के कच्छप गति से चलने का आलम यह है कि नौ बड़े पुलों में चार पुलों का निर्माण भी शुरू नहीं होने की बात कही जा रही है। हालांकि खगड़िया से कुशेश्वर स्थान के बीच बनने वाले सभी 54 छोटे पुल व पुलिया जरूर बन रहा है। वहीं रेलवे स्टेशन भवन भी तीन जगहों को छोड़कर तैयार नहीं हुआ है। यहां तक कि चेराखेरा में स्टेशन भवन बनने की तैयारी भी नहीं देखी जा रही है।
तीन स्टेशन भवन बनकर तैयार: महज विशनपुर, कामाथान व अलौली गढ़ में स्टेशन भवन बनकर पूरी तरह से तैयार है। अलौली गढ़ आउटर सिगनल के बाद परियोजना का काम वर्तमान में भी नहीं दिखता है। अलौली के बाद चेराखेरा व शहरबन्नी के बीच मिट्टी भराई भी नहीं की जा रही है। अलौली से चेराखेरा के बीच नदी पर बड़ा पुल बनना है जो नहीं पूरा हुआ है। पिछले साल तक चेराखेरा व शहरबन्नी में परियोजना के अंतर्गत जिन किसानों की जमीन गई थी उसे मुआवजा का भी मामला पड़ा था। इससे आगे कुशेश्वर स्थान तक तेज गति से काम नहीं दिख रहा है। ऐसे में यह परियोजना के अगले दस साल तक पूरा होने में समय लग सकता है। हालांकि जिस अनुसार आवंटन इस बार दिया गया है ऐसे ही आवंटन मिले तो इससे पहले भी परियोजना के पूरी होने की उम्मीद की जा सकती है।खगड़िया-कुशेश्वर स्थान रेल परियोजना के बड़े भाग में काम भी शुरू नहीं हुआ है। 44 किलोमीटर लंबी इस रेल परियोजना में महज साढ़े अठारह किलोमीटर तक ही रेलवे द्वारा ट्रैक बिछाया जा सका है। परियोजना के कच्छप गति से चलने का आलम यह है कि नौ बड़े पुलों में चार पुलों का निर्माण भी शुरू नहीं होने की बात कही जा रही है। हालांकि खगड़िया से कुशेश्वर स्थान के बीच बनने वाले सभी 54 छोटे पुल व पुलिया जरूर बन रहा है। वहीं रेलवे स्टेशन भवन भी तीन जगहों को छोड़कर तैयार नहीं हुआ है। यहां तक कि चेराखेरा में स्टेशन भवन बनने की तैयारी भी नहीं देखी जा रही है।
हालांकि जिस अनुसार आवंटन इस बार दिया गया है ऐसे ही आवंटन मिले तो इससे पहले भी परियोजना के पूरी होने की उम्मीद की जा सकती है।
● परियोजना में महज साढ़े 18 किलोमीटर तक ही बिछा ट्रैक
● इस बजट से 237 करोड़ की मांगी गई थी राशि, मिली महज 65 करोड़
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