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सोमवार, 4 अप्रैल 2022

खगड़िया जिले में स्कूलों को मिलने वाली करोड़ों राशि हो गई लैप्स

खगड़िया जिले के 1101 स्कूलों के लिए आई राशि राज्य को हो गई वापस, अब नहीं मिलेगी राशि
समग्र विद्यालय अनुदान मद की राशि से स्कूल रह गए वंचित, एकाउंट नहीं खुलने से लौटा आवंटन
सवाल स्कूल के हेडमास्टर या फिर शिक्षा अधिकारी में कौन हैं जिम्मेदार कौन करे तय 
  खगड़िया जिले के 1101 सरकारी स्कूलों को मिलने वाली समग्र विद्यालय अनुदान की राशि लैप्स हो गई। मामला बीते वित्तीय वर्ष 2021-22 में मिलने वाली अनुदान की है। दरअसल 31 मार्च 2021 तक जिले के 378 स्कूलों की अकाउंट एसबीआई बैंक में नहीं खुल पाई। जबकि गत साल अगस्त माह से ही खाता खुलवाने की प्रकिया हो रही थी। हालांकि इस बीच 723 स्कूलों का खाता खुला भी, पर इन स्कूलों के अकाउंट में भी अनुदान मद की राशि जिला स्तर से नहीं ट्रांसफर की गई। अब स्थानीय शिक्षा विभाग के अधिकारी कह रहे हैं कि शतप्रतिशत स्कूलों का खाता नहीं खुल सका, जिससे राशि नहीं भेजी गई। ये स्थिति भी एक सवाल बना है। सवाल है राज्य से स्कूलों के लिए जिले को मिली करोडों आवंटन लैप्स हो गई इसका जिम्मेदार कौन है, ये कौन तय करे। राशि बिना खर्च के वापस हो गई ये वित्तीय मामला में लापरवाही से जोड़कर देखा जा रहा है। क्या हेडमास्टर की गलती है या फिर शिक्षा अधिकारी की। थोड़ी देर के लिए ये मान भी ली जाय कि वित्तीय वर्ष के अंत तक अकाउंट नहीं खुलवाने में हेडमास्टर की लापरवाही है, पर जिस 723 स्कूल का खाता खुला था, उसकी राशि वापस क्यों और किस वजह से हुई? जब अगस्त 2021 से अकाउंट खुलवाने की प्रक्रिया शुरू थी तो फिर आठ माह तक अधिकारी इसके प्रति लापरवाह और बेखबर क्यों रहे। सवाल तो है... 
  समग्र विद्यालय अनुदान मिलती तो कई स्कूलों की बदहाल हालत कुछ तो दुरुस्त हो पाती।
  स्कूल में दैनिक उपयोग सहित अन्य मदों की खर्चा भी हेडमास्टर की जेब से गया।
  जिले के स्कूलों का गत वित्तीय साल का करोड़ों का आवंटन हो गया लैप्स
 अब इस चालू वित्तीय वर्ष की अनुदान आने का स्कूल को है आस।

बुधवार, 16 फ़रवरी 2022

खगड़िया जिले में चयनित छह शिक्षक अभ्यर्थियों के टीईटी सर्टिफिकेट मिले फर्जी


खगड़िया जिले में चयनित छह शिक्षक अभ्यर्थियों के टीईटी व एसटीईटी प्रमाणपत्र जांच में फर्जी पाए गए हैं। अब इन शिक्षक अभ्यर्थियों पर एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है। ऐसे मामले और सामने आने की बात कही जा रही है। मामला छठे चरण की प्रारंभिक शिक्षक नियोजन इकाईयों में कांउसिलिंग में चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों से जुड़ा है। 

  विभागीय सूत्रों की मानें तो सर्टिफिकेट जांच में बेलदौर प्रखंड नियोजन इकाई में चयनित अब्दुस अहमद अनुत्तीर्ण पाए गए हैं। वहीं तेलिहार पंचायत नियोजन इकाई में मिथुन कुमार, कुर्बन पंचायत में रेणु कुमारी व महद्दीपुर पंचायत में चयनित कुमारी जगरानी के टीईटी सर्टिफिकेट गलत पाए गए हैं। बेलदार प्रखंड के माली पंचायत में चयनित सुधा कुमारी की टीईटी व अम्बा इचरुआ पंचायत नियोजन इकाई में चयनित शिक्षक अभ्यर्थी रंजीत कुमार के सीटीईटी प्रमाणपत्र गलत मिले हैं।

   गौरतलब है कि छठे चरण अंतर्गत गत साल जुलाई से अब तक तीन राउंड में हुई विभिन्न प्रखंड और पंचायत नियोजन इकाईयों में विभिन्न कोटि के 554 अभ्यर्थियों का चयन नियुक्तिपत्र के लिए किया गया। जिसमें से छह अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट फर्जी पाए गए हैं। वहीं बिहार बोर्ड से जारी शैक्षणिक प्रमाणपत्र भी कई अभ्यर्थियों के गलत पाए जाने की बात कही जा रही है। इधर शिक्षा विभाग आगामी 23 फरवरी से पहले चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों को नियुक्तिपत्र वितरण करने की तैयारी कर रही है। 

  स्थापना डीपीओ, सुजीत कुमार राउत ने कहा कि जांच में प्रारंभिक शिक्षक के चयनित छह शिक्षक अभ्यर्थियों के टीईटी प्रमाणपत्र गलत पाए जाने पर उम्मीदवारी रद्द कर दी गई है। मामला दर्ज कराने के लिए नियोजन इकाईयों को लिखा जा रहा है। 

सोमवार, 7 फ़रवरी 2022

खगड़िया होकर दो रेल रुट बनने की आस

शुक्रवार, 21 जनवरी 2022

खगड़िया से मुंगेर जाने वाली ट्रेन हुई स्थगित

खगड़िया से जमालपुर मुंगेर जाने के लिए अगर ट्रेन से सफर करने वाले हैं तो रुकिए। पहले ट्रेन के बारे में पता कर लें। जी हां अगले छह दिनों तक यानि 28 जनवरी तक 03474/03473 जमालपुर-खगड़िया-जमालपुर मेमू ट्रेन 22 जनवरी से रद्द की गई है। एक और ट्रेन अगले 24 जनवरी से रद्द की गई है। 05509/05510 सहरसा-जमालपुर-सहरसा मेमू ट्रेन अगले 24 से 28 जनवरी तक नहीं चलेगी। राहत ये है कि 6:25 बजे शाम में खगड़िया से जमालपुर मुंगेर के लिए एक ट्रेन चलती रहेगी। दरअसल सोनपुर रेल मंडल ने अधिसूचना जारी कर बताया कि जमालपुर मुंगेर-रतनपुर रेलखंड के बीच दोहरीकरण का कार्य किया जा रहा है। जिसकारण इंटर लॉकिंग लगाया गया है।

रविवार, 16 जनवरी 2022

खगड़िया स्टेशन पर जल्द लगेगा लिफ्ट


खगड़िया | राजीव कुमार
● प्लेटफार्म एक से दो व तीन पर लिफ्ट

खगड़िया स्टेशन पर जल्द लगेगा लिफ्ट

● प्लेटफार्म एक से दो व तीन पर लिफ्ट से जाने की होगी सुविधा

● नवनिर्मित फुटओवर ब्रिज के साथ लगाए जाएंगे लिफ्ट

खगड़िया रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए जल्द ही लिफ्ट की सुविधा उपलब्ध होगी। अगले तीन माह में यात्रियों को लिफ्ट के सहारे एक से दूसरे प्लेटफार्म जाने की आस पूरी होगी। सबसे बड़ी राहत दिव्यांग, वृद्धजन व बीमार रेल यात्रियों को होगी। फुट ओवर ब्रिज के सहारे सीढ़ी चढ़कर एक से दूसरे प्लेटफार्म जाने में होने वाली परेशानी से राहत मिलेगी। लगभग एक करोड़ की लागत से दो लिफ्ट लगाया जाना है। जिसमें एजेंसी को तीन साल का मेन्टेनेंस भी करना है। बता दें कि स्टेशन पर नवनिर्मित फुटओवर के साथ लिफ्ट को लगाया जाना है। लिफ्ट लगाने के लिए बस इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट द्वारा फाउंडेशन व स्ट्रक्चर खड़ा करने का काम शुरू करना है। इसके बाद इलेक्ट्रिक डिपार्टमेंट एक माह में लिफ्ट को सेट कर रेल यात्रियों के लिए चालू कर दिया जाएगा।

सर्कुलेटिंग एरिया का होगा विस्तार: खगड़िया में रेलवे स्टेशन पर सर्कुलेटिंग एरिया का विस्तार भी किया जाना है। तकरीबन एक करोड़ की लागत से सर्कुलेटिंग एरिया का सौदर्यीकरण होगा। इसमें वर्तमान में वाहन पार्किंग को वहां से स्थानांतरित कर परिसर के पूर्वी भाग में शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए मिट्टी भराई का काम शुरू किया गया। इससे सर्कुलेटिंग एरिया का विस्तार होगा। साथ ही पार्क को भी विस्तार कर परिसर को और सुंदर रूप मिल सकेगा। यह सब आगामी छह से सात माह में पूरा कर लिए जाने की बात कही जा रही है।

 से जाने की होगी सुविधा
● नवनिर्मित फुटओवर ब्रिज के साथ लगाए जाएंगे लिफ्ट
खगड़िया रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए जल्द ही लिफ्ट की सुविधा उपलब्ध होगी। अगले तीन माह में यात्रियों को लिफ्ट के सहारे एक से दूसरे प्लेटफार्म जाने की आस पूरी होगी। सबसे बड़ी राहत दिव्यांग, वृद्धजन व बीमार रेल यात्रियों को होगी। फुट ओवर ब्रिज के सहारे सीढ़ी चढ़कर एक से दूसरे प्लेटफार्म जाने में होने वाली परेशानी से राहत मिलेगी। लगभग एक करोड़ की लागत से दो लिफ्ट लगाया जाना है। जिसमें एजेंसी को तीन साल का मेन्टेनेंस भी करना है। बता दें कि स्टेशन पर नवनिर्मित फुटओवर के साथ लिफ्ट को लगाया जाना है। लिफ्ट लगाने के लिए बस इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट द्वारा फाउंडेशन व स्ट्रक्चर खड़ा करने का काम शुरू करना है। इसके बाद इलेक्ट्रिक डिपार्टमेंट एक माह में लिफ्ट को सेट कर रेल यात्रियों के लिए चालू कर दिया जाएगा।
सर्कुलेटिंग एरिया का होगा विस्तार: खगड़िया में रेलवे स्टेशन पर सर्कुलेटिंग एरिया का विस्तार भी किया जाना है। तकरीबन एक करोड़ की लागत से सर्कुलेटिंग एरिया का सौदर्यीकरण होगा। इसमें वर्तमान में वाहन पार्किंग को वहां से स्थानांतरित कर परिसर के पूर्वी भाग में शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए मिट्टी भराई का काम शुरू किया गया। इससे सर्कुलेटिंग एरिया का विस्तार होगा। साथ ही पार्क को भी विस्तार कर परिसर को और सुंदर रूप मिल सकेगा। यह सब आगामी छह से सात माह में पूरा कर लिए जाने की बात कही जा रही है।

बुधवार, 8 दिसंबर 2021

...और खबर लिखने के छह सूत्र

 खबर लिखने के छह सूत्र हैं। इस सूत्र का प्रयोग कर खबर को और बेहतर रूप में पाठकों के बीच रखा जा पाता है। खबर लिखने के छह सूत्र ककार कहे जाते हैं। ये सूत्र क्रमशः क्या, कब, कौन, कहां, क्यों और कैसे को सिलसिलेवार तरीके से इस्तेमाल किया जाता है। पहले चार ककार सूचनात्मक होते हैं। आखरी के दो ककार विवरणात्मक होते हैं। ये सूत्र खासकर घटनात्मक खबर को और प्रभावी बनाता है।

शराब बरामद हो रहे, कारोबारी पकड़े जा रहे पर मिलना नहीं हुआ बंद

शराब कारोबारी पकड़े जा रहे, फिर भी मिल रहे शराब 

आखिर कौन लमंगवा रहे शराब की खेप, खोज नहीं

चार हजार केस दर्ज में 40 को हुई सजा, खगड़िया टॉप

 खगड़िया जिले में शराब बंदी कानून की जद में पिछले पांच वर्षों में चार हजार के करीब लोग आये हैं। जिसमें अधिकांश जेल भेजे गए। दर्ज केस में अब तक 34 मामले में 40 लोगों को कोर्ट से सजा हो चुकी है। इन पांच सालों में कार्रवाई तो हुई पर अबैध शराब कारोबार खत्म नहीं हुई। आये दिन शराब की खेप और इसमें शामिल कारोबारी पकड़े जा रहे हैं। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि जिले में शराब के बड़े तस्कर तक पुलिस की हाथ नहीं पहुंच पा रही है। आखिर शराब मिल लगातार कैसे रही है सवाल है।

   कोर्ट से सजा मामले में खगड़िया मुंगेर प्रमंडल में नंबर एक पर है। फिलहाल 513 मामले का कोर्ट में ट्रायल चल रहा है। पुलिस ने 2469 तथा उत्पाद विभाग ने 1344 लोगों पर केस दर्ज कर जेल भेजा है। शराब कारोबार और बरामद मामले में कई बड़े कारोबारी फरार चल रहे हैं। जिले कई बड़ी शराब की खेप जब्त की जा चुकी है। पर, शराब कारोबार के अब भी कई बड़ी मछलियां कार्रवाई से बच रहे हैं। शराब की खेप बरामद मामले में अमूनन वाहन के चालक धराए या फिर छोटे कारोबारी पकड़े जा रहे हैं। शराब की खेप मांगने वाले बड़े तस्कर के नाम उगलवाने में पकड़े गए वाहन चालक और शराब बेचने वालों को रिमांड पर लेकर पुलिस सख्ती दिखाए तो शराब के नेक्सेस ध्वस्त हो सकते हैं। गत नवंबर माह में जिले में तीन शराब की बड़ी खेप पुलिस ने बरामद की। एक मामले में उत्पाद पुलिस को एक मैजिक वाहन से 890 लीटर विदेशी शराब की खेप हाथ लगी थी। जिसमे चालक भी पकड़ा गया। दो मामले में जिला पुलिस को करीब तीन सौ लीटर शराब जब्त करने में सफलता मिली। उत्पाद अधीक्षक विकेश कुमार ने बताया कि शराबबंदी को सख्ती से लागू कराने के साथ साथ कोर्ट से सजा भी दिलाई जा रही।