सोमवार, 4 अप्रैल 2022
खगड़िया जिले में स्कूलों को मिलने वाली करोड़ों राशि हो गई लैप्स
बुधवार, 16 फ़रवरी 2022
खगड़िया जिले में चयनित छह शिक्षक अभ्यर्थियों के टीईटी सर्टिफिकेट मिले फर्जी
खगड़िया जिले में चयनित छह शिक्षक अभ्यर्थियों के टीईटी व एसटीईटी प्रमाणपत्र जांच में फर्जी पाए गए हैं। अब इन शिक्षक अभ्यर्थियों पर एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है। ऐसे मामले और सामने आने की बात कही जा रही है। मामला छठे चरण की प्रारंभिक शिक्षक नियोजन इकाईयों में कांउसिलिंग में चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों से जुड़ा है।
विभागीय सूत्रों की मानें तो सर्टिफिकेट जांच में बेलदौर प्रखंड नियोजन इकाई में चयनित अब्दुस अहमद अनुत्तीर्ण पाए गए हैं। वहीं तेलिहार पंचायत नियोजन इकाई में मिथुन कुमार, कुर्बन पंचायत में रेणु कुमारी व महद्दीपुर पंचायत में चयनित कुमारी जगरानी के टीईटी सर्टिफिकेट गलत पाए गए हैं। बेलदार प्रखंड के माली पंचायत में चयनित सुधा कुमारी की टीईटी व अम्बा इचरुआ पंचायत नियोजन इकाई में चयनित शिक्षक अभ्यर्थी रंजीत कुमार के सीटीईटी प्रमाणपत्र गलत मिले हैं।
गौरतलब है कि छठे चरण अंतर्गत गत साल जुलाई से अब तक तीन राउंड में हुई विभिन्न प्रखंड और पंचायत नियोजन इकाईयों में विभिन्न कोटि के 554 अभ्यर्थियों का चयन नियुक्तिपत्र के लिए किया गया। जिसमें से छह अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट फर्जी पाए गए हैं। वहीं बिहार बोर्ड से जारी शैक्षणिक प्रमाणपत्र भी कई अभ्यर्थियों के गलत पाए जाने की बात कही जा रही है। इधर शिक्षा विभाग आगामी 23 फरवरी से पहले चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों को नियुक्तिपत्र वितरण करने की तैयारी कर रही है।
स्थापना डीपीओ, सुजीत कुमार राउत ने कहा कि जांच में प्रारंभिक शिक्षक के चयनित छह शिक्षक अभ्यर्थियों के टीईटी प्रमाणपत्र गलत पाए जाने पर उम्मीदवारी रद्द कर दी गई है। मामला दर्ज कराने के लिए नियोजन इकाईयों को लिखा जा रहा है।
सोमवार, 7 फ़रवरी 2022
खगड़िया होकर दो रेल रुट बनने की आस
जिले के सुदूर गांवों होकर भी ट्रेन गुजरने का सपना पूरा होने की उम्मीद जगी है। सब कुछ ठीका ठाक रहा तो आने वाले कुछ सालों में गोगरी, बेलदौर व परबत्ता से जुड़े गांवों के लोग अपने घर तक ट्रेन की सफर कर सकेंगे। दरअसल इस बजट में महेशखूंट-नारायणपुर के बीच वाया गोगरी बाजार होते हुए परबत्ता प्रखंड के अगुवानी तक 40 किलोमीटर लम्बी नई रेल परियोजना की सर्वें के लिए राशि का प्रावधान किया गया है। सर्वें कार्य के लिए फिलहाल 50 हजार की राशि आवंटित की गई है। हालांकि सर्वें की कुल लागत छह लाख है। शेष राशि भी जल्द मिलने की उम्मीद की जा रही है। दूसरी रेल परियोजना सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर-बिहारीगंज वाया बेलदौर के बीच नई रेल परियोजना के लिए भी सर्वें करने का प्रावधान बजट में किया गया है। इसके लिए 20 हजार मिले हैं। कुल सर्वें के लिए लागत आठ लाख 10 हजार निर्धारित किया गया है। सर्वें में सब कुछ सही से रहा तो इन रूटों पर नई रेल परियोजना को हरी झंडी मिलते ही काम शुरू हो सकेगा। जिस पर रेल मंत्री ने कार्रवाई को लेकर जानकारी भी उपलब्ध कराई थी।
तत्कालीन रेल मंत्री स्व. रामविलास पासवान की महत्वाकांक्षी रेल परियोजना को 60 करोड़ मिलने से अब गति तेज होगी। स्व. पासवान अपने पैतृक गांव अलौली प्रखंड के शहरबन्नी तक ट्रेन चलने का सपना पूरा होना है। रेल मंत्री के रूप में स्वीकृत उनकी महत्वाकांक्षी रेल परियोजना रही खगड़िया-कुशेश्वर स्थान 1998 में स्वीकृत हुई थी। जो 2007 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। तब लागत 162 करोड़ था। अब बढ़कर 645 करोड़ तक हो गया। पर, परियोजना का काम आधा भी पूरा नहीं हो पाया। परियोजना का काम चल रहा है। सर्वें के लिए 2002 में दो करोड़ रुपए मिले थे।
इन रेल परियोजना को को लेकर लगातार रेल मंत्रालय से पत्राचार किया जा रहा था। लोगों को सुविधा होगी।
चौधरी महबूब अली कैसर,सांसद
होगा सर्वेे
● बजट में खगड़िया से जुड़ी दो रेल परियोजना में सर्वें शामिल
● कई सालों से होती आ रही है इसकी मांग
शुक्रवार, 21 जनवरी 2022
खगड़िया से मुंगेर जाने वाली ट्रेन हुई स्थगित
रविवार, 16 जनवरी 2022
खगड़िया स्टेशन पर जल्द लगेगा लिफ्ट
खगड़िया | राजीव कुमार
● प्लेटफार्म एक से दो व तीन पर लिफ्ट
खगड़िया स्टेशन पर जल्द लगेगा लिफ्ट
● प्लेटफार्म एक से दो व तीन पर लिफ्ट से जाने की होगी सुविधा
● नवनिर्मित फुटओवर ब्रिज के साथ लगाए जाएंगे लिफ्ट
खगड़िया रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए जल्द ही लिफ्ट की सुविधा उपलब्ध होगी। अगले तीन माह में यात्रियों को लिफ्ट के सहारे एक से दूसरे प्लेटफार्म जाने की आस पूरी होगी। सबसे बड़ी राहत दिव्यांग, वृद्धजन व बीमार रेल यात्रियों को होगी। फुट ओवर ब्रिज के सहारे सीढ़ी चढ़कर एक से दूसरे प्लेटफार्म जाने में होने वाली परेशानी से राहत मिलेगी। लगभग एक करोड़ की लागत से दो लिफ्ट लगाया जाना है। जिसमें एजेंसी को तीन साल का मेन्टेनेंस भी करना है। बता दें कि स्टेशन पर नवनिर्मित फुटओवर के साथ लिफ्ट को लगाया जाना है। लिफ्ट लगाने के लिए बस इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट द्वारा फाउंडेशन व स्ट्रक्चर खड़ा करने का काम शुरू करना है। इसके बाद इलेक्ट्रिक डिपार्टमेंट एक माह में लिफ्ट को सेट कर रेल यात्रियों के लिए चालू कर दिया जाएगा।
सर्कुलेटिंग एरिया का होगा विस्तार: खगड़िया में रेलवे स्टेशन पर सर्कुलेटिंग एरिया का विस्तार भी किया जाना है। तकरीबन एक करोड़ की लागत से सर्कुलेटिंग एरिया का सौदर्यीकरण होगा। इसमें वर्तमान में वाहन पार्किंग को वहां से स्थानांतरित कर परिसर के पूर्वी भाग में शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए मिट्टी भराई का काम शुरू किया गया। इससे सर्कुलेटिंग एरिया का विस्तार होगा। साथ ही पार्क को भी विस्तार कर परिसर को और सुंदर रूप मिल सकेगा। यह सब आगामी छह से सात माह में पूरा कर लिए जाने की बात कही जा रही है।
से जाने की होगी सुविधा
● नवनिर्मित फुटओवर ब्रिज के साथ लगाए जाएंगे लिफ्ट
खगड़िया रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए जल्द ही लिफ्ट की सुविधा उपलब्ध होगी। अगले तीन माह में यात्रियों को लिफ्ट के सहारे एक से दूसरे प्लेटफार्म जाने की आस पूरी होगी। सबसे बड़ी राहत दिव्यांग, वृद्धजन व बीमार रेल यात्रियों को होगी। फुट ओवर ब्रिज के सहारे सीढ़ी चढ़कर एक से दूसरे प्लेटफार्म जाने में होने वाली परेशानी से राहत मिलेगी। लगभग एक करोड़ की लागत से दो लिफ्ट लगाया जाना है। जिसमें एजेंसी को तीन साल का मेन्टेनेंस भी करना है। बता दें कि स्टेशन पर नवनिर्मित फुटओवर के साथ लिफ्ट को लगाया जाना है। लिफ्ट लगाने के लिए बस इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट द्वारा फाउंडेशन व स्ट्रक्चर खड़ा करने का काम शुरू करना है। इसके बाद इलेक्ट्रिक डिपार्टमेंट एक माह में लिफ्ट को सेट कर रेल यात्रियों के लिए चालू कर दिया जाएगा।
सर्कुलेटिंग एरिया का होगा विस्तार: खगड़िया में रेलवे स्टेशन पर सर्कुलेटिंग एरिया का विस्तार भी किया जाना है। तकरीबन एक करोड़ की लागत से सर्कुलेटिंग एरिया का सौदर्यीकरण होगा। इसमें वर्तमान में वाहन पार्किंग को वहां से स्थानांतरित कर परिसर के पूर्वी भाग में शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए मिट्टी भराई का काम शुरू किया गया। इससे सर्कुलेटिंग एरिया का विस्तार होगा। साथ ही पार्क को भी विस्तार कर परिसर को और सुंदर रूप मिल सकेगा। यह सब आगामी छह से सात माह में पूरा कर लिए जाने की बात कही जा रही है।
बुधवार, 8 दिसंबर 2021
...और खबर लिखने के छह सूत्र
खबर लिखने के छह सूत्र हैं। इस सूत्र का प्रयोग कर खबर को और बेहतर रूप में पाठकों के बीच रखा जा पाता है। खबर लिखने के छह सूत्र ककार कहे जाते हैं। ये सूत्र क्रमशः क्या, कब, कौन, कहां, क्यों और कैसे को सिलसिलेवार तरीके से इस्तेमाल किया जाता है। पहले चार ककार सूचनात्मक होते हैं। आखरी के दो ककार विवरणात्मक होते हैं। ये सूत्र खासकर घटनात्मक खबर को और प्रभावी बनाता है।
शराब बरामद हो रहे, कारोबारी पकड़े जा रहे पर मिलना नहीं हुआ बंद
शराब कारोबारी पकड़े जा रहे, फिर भी मिल रहे शराब
आखिर कौन लमंगवा रहे शराब की खेप, खोज नहीं
चार हजार केस दर्ज में 40 को हुई सजा, खगड़िया टॉप
खगड़िया जिले में शराब बंदी कानून की जद में पिछले पांच वर्षों में चार हजार के करीब लोग आये हैं। जिसमें अधिकांश जेल भेजे गए। दर्ज केस में अब तक 34 मामले में 40 लोगों को कोर्ट से सजा हो चुकी है। इन पांच सालों में कार्रवाई तो हुई पर अबैध शराब कारोबार खत्म नहीं हुई। आये दिन शराब की खेप और इसमें शामिल कारोबारी पकड़े जा रहे हैं। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि जिले में शराब के बड़े तस्कर तक पुलिस की हाथ नहीं पहुंच पा रही है। आखिर शराब मिल लगातार कैसे रही है सवाल है।
कोर्ट से सजा मामले में खगड़िया मुंगेर प्रमंडल में नंबर एक पर है। फिलहाल 513 मामले का कोर्ट में ट्रायल चल रहा है। पुलिस ने 2469 तथा उत्पाद विभाग ने 1344 लोगों पर केस दर्ज कर जेल भेजा है। शराब कारोबार और बरामद मामले में कई बड़े कारोबारी फरार चल रहे हैं। जिले कई बड़ी शराब की खेप जब्त की जा चुकी है। पर, शराब कारोबार के अब भी कई बड़ी मछलियां कार्रवाई से बच रहे हैं। शराब की खेप बरामद मामले में अमूनन वाहन के चालक धराए या फिर छोटे कारोबारी पकड़े जा रहे हैं। शराब की खेप मांगने वाले बड़े तस्कर के नाम उगलवाने में पकड़े गए वाहन चालक और शराब बेचने वालों को रिमांड पर लेकर पुलिस सख्ती दिखाए तो शराब के नेक्सेस ध्वस्त हो सकते हैं। गत नवंबर माह में जिले में तीन शराब की बड़ी खेप पुलिस ने बरामद की। एक मामले में उत्पाद पुलिस को एक मैजिक वाहन से 890 लीटर विदेशी शराब की खेप हाथ लगी थी। जिसमे चालक भी पकड़ा गया। दो मामले में जिला पुलिस को करीब तीन सौ लीटर शराब जब्त करने में सफलता मिली। उत्पाद अधीक्षक विकेश कुमार ने बताया कि शराबबंदी को सख्ती से लागू कराने के साथ साथ कोर्ट से सजा भी दिलाई जा रही।
शराबबंदी के बाद अब तक शराब कारोबार और शराब सेवन करने में पकड़े गए आरोपियों में 40 लोगों को कोर्ट से सजा दी जा चुकी है। 34 मामले में अधिकांश शराब तस्करी में सजा हुई है। दो दिन पहले कोर्ट से दो कारोबारी को पांच पांच साल की सजा सुनाई गई है। कोर्ट से सजा दिलाने में भले देरी दिख रही है पर, मुंगेर प्रमंडल में खगड़िया जिला सजा दिलवाने में पहले नंबर पर है। जिले की पुलिस 513 मामले में कोर्ट में ट्रायल करा रही है। जिसमे उत्पाद पुलिस 154 लोगों पर ट्रायल चला रही है।
दर्ज मामले में सवा तीन सौ में चार्जसीट बांकी: अब तक दर्ज मामले में पुलिस स्तर से सवा तीन सौ मामले में कोर्ट में चार्जशीट जमा नहीं की जा सकी है। जिसमे उत्पाद पुलिस के 25 मामले हैं। हालांकि ये मामले लंबित नहीं माने जा सकते हैं। सभी दो माह के अंदर के केस हैं। बताया जाता है कि पुलिस 60 दिनों के अंदर कोर्ट में चार्जशीट दायर नहीं कर पा रही है।
आरोप पत्र जमा करने का कम से कम 60 दिनों का रहता है समय: जिले में वर्तमान में इस समय सीमा के अंदर का ही सवा तीन सौ अरोप पत्र जमा नहीं किए जा सके हैं। जिले में अब तक चार हजार के करीब लोगों पर केस दर्ज किए जा चुके हैं। अधिकांश जेल भी भेजे गए। दर्ज केस में अब तक 34 मामले में 40 लोगों को कोर्ट से सजा हो चुकी है। कई कारोबारी पर दो मामले में सजा सुनाई गई है। जिसमें स्पेशल पीपी उत्पाद प्रियरंजन कुमार ने खासी सक्रियता दिखायी है।
तैयारी
● जिले में फिलहाल 513 मामले का कोर्ट में चल रहा है ट्रायल
● पुलिस ने 2469 और1344 उत्पाद विभाग ने किया केस