मेरे ब्लॉग पर बेबाक़ और सीधी बात।
उसे खबर न हो जाये मेरे आने की। चुपके से उसके ख्वाबों में जो आना है।। शिकायत भी तो दूर करनी है यूं ही न आने की।। ख्यालों में खोई आंखों का हमे भी करनी दीदार है।।
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