मेरे ब्लॉग पर बेबाक़ और सीधी बात।
तेरी मुस्कुराने की साजिश क्या खूब। जानते हम भी तेरी राज इस दास्तान।। खबर हमें भी है तेरी गुस्ताख़ का अब। ज़ख्म देने की अदा भी तेरी है खूब हँसी।। संदर्भ-तेरे लिए हंसी
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