घबराता है ये दिल तेरे खफा होने से
कैसे बयां करूँ दिल ए हाल तुझसे
इरादे तो आज हमने कर रखी पक्की
दिल ने फिर आज खुद को है संभाला
रात भी गहरी हो चली अब नींद में
आंख पलक झपक रही ख्वाब देख
तेरी इबादत की बस मैं ने हर पल
रुठ न जाओ कहीं डरते इस बात
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