मेरे ब्लॉग पर बेबाक़ और सीधी बात।
दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया, रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया, हम से तू नाराज़ हैं किस लिये बता तो जरा, तेरे खफा होने की कभी वजह तो नहीं बना,
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