मेरे ब्लॉग पर बेबाक़ और सीधी बात।
इजहारे दिल न किया कभी तेरे खफा होने के डर से इंतजार आज भी बची है तेरी इरादे दिल जानने बस आज भी लव खामोस है दिल ए हाल तुम्हे बताने से डरता हूँ कहीं जग हँसाई न हो जाये तरी इस जमाने
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