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बुधवार, 8 दिसंबर 2021
शराब बरामद हो रहे, कारोबारी पकड़े जा रहे पर मिलना नहीं हुआ बंद
शराब कारोबारी पकड़े जा रहे, फिर भी मिल रहे शराब
आखिर कौन लमंगवा रहे शराब की खेप, खोज नहीं
चार हजार केस दर्ज में 40 को हुई सजा, खगड़िया टॉप
खगड़िया जिले में शराब बंदी कानून की जद में पिछले पांच वर्षों में चार हजार के करीब लोग आये हैं। जिसमें अधिकांश जेल भेजे गए। दर्ज केस में अब तक 34 मामले में 40 लोगों को कोर्ट से सजा हो चुकी है। इन पांच सालों में कार्रवाई तो हुई पर अबैध शराब कारोबार खत्म नहीं हुई। आये दिन शराब की खेप और इसमें शामिल कारोबारी पकड़े जा रहे हैं। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि जिले में शराब के बड़े तस्कर तक पुलिस की हाथ नहीं पहुंच पा रही है। आखिर शराब मिल लगातार कैसे रही है सवाल है।
कोर्ट से सजा मामले में खगड़िया मुंगेर प्रमंडल में नंबर एक पर है। फिलहाल 513 मामले का कोर्ट में ट्रायल चल रहा है। पुलिस ने 2469 तथा उत्पाद विभाग ने 1344 लोगों पर केस दर्ज कर जेल भेजा है। शराब कारोबार और बरामद मामले में कई बड़े कारोबारी फरार चल रहे हैं। जिले कई बड़ी शराब की खेप जब्त की जा चुकी है। पर, शराब कारोबार के अब भी कई बड़ी मछलियां कार्रवाई से बच रहे हैं। शराब की खेप बरामद मामले में अमूनन वाहन के चालक धराए या फिर छोटे कारोबारी पकड़े जा रहे हैं। शराब की खेप मांगने वाले बड़े तस्कर के नाम उगलवाने में पकड़े गए वाहन चालक और शराब बेचने वालों को रिमांड पर लेकर पुलिस सख्ती दिखाए तो शराब के नेक्सेस ध्वस्त हो सकते हैं। गत नवंबर माह में जिले में तीन शराब की बड़ी खेप पुलिस ने बरामद की। एक मामले में उत्पाद पुलिस को एक मैजिक वाहन से 890 लीटर विदेशी शराब की खेप हाथ लगी थी। जिसमे चालक भी पकड़ा गया। दो मामले में जिला पुलिस को करीब तीन सौ लीटर शराब जब्त करने में सफलता मिली। उत्पाद अधीक्षक विकेश कुमार ने बताया कि शराबबंदी को सख्ती से लागू कराने के साथ साथ कोर्ट से सजा भी दिलाई जा रही।
शराबबंदी के बाद अब तक शराब कारोबार और शराब सेवन करने में पकड़े गए आरोपियों में 40 लोगों को कोर्ट से सजा दी जा चुकी है। 34 मामले में अधिकांश शराब तस्करी में सजा हुई है। दो दिन पहले कोर्ट से दो कारोबारी को पांच पांच साल की सजा सुनाई गई है। कोर्ट से सजा दिलाने में भले देरी दिख रही है पर, मुंगेर प्रमंडल में खगड़िया जिला सजा दिलवाने में पहले नंबर पर है। जिले की पुलिस 513 मामले में कोर्ट में ट्रायल करा रही है। जिसमे उत्पाद पुलिस 154 लोगों पर ट्रायल चला रही है।
दर्ज मामले में सवा तीन सौ में चार्जसीट बांकी: अब तक दर्ज मामले में पुलिस स्तर से सवा तीन सौ मामले में कोर्ट में चार्जशीट जमा नहीं की जा सकी है। जिसमे उत्पाद पुलिस के 25 मामले हैं। हालांकि ये मामले लंबित नहीं माने जा सकते हैं। सभी दो माह के अंदर के केस हैं। बताया जाता है कि पुलिस 60 दिनों के अंदर कोर्ट में चार्जशीट दायर नहीं कर पा रही है।
आरोप पत्र जमा करने का कम से कम 60 दिनों का रहता है समय: जिले में वर्तमान में इस समय सीमा के अंदर का ही सवा तीन सौ अरोप पत्र जमा नहीं किए जा सके हैं। जिले में अब तक चार हजार के करीब लोगों पर केस दर्ज किए जा चुके हैं। अधिकांश जेल भी भेजे गए। दर्ज केस में अब तक 34 मामले में 40 लोगों को कोर्ट से सजा हो चुकी है। कई कारोबारी पर दो मामले में सजा सुनाई गई है। जिसमें स्पेशल पीपी उत्पाद प्रियरंजन कुमार ने खासी सक्रियता दिखायी है।
तैयारी
● जिले में फिलहाल 513 मामले का कोर्ट में चल रहा है ट्रायल
● पुलिस ने 2469 और1344 उत्पाद विभाग ने किया केस